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धर्म-अध्यात्म
Shani Amavasya 2021 : शनिश्चरी अमावस्या के अवसर पर काम आएंगे ये 7 उपाय, नहीं करेंगे शनि परेशान
Deepa Sahu
9 July 2021 12:01 PM GMT
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हर महीने की अमावस्या का धार्मिक दृष्टि से खास महत्व होता है।
शास्त्रों के अनुसार, हर महीने की अमावस्या का धार्मिक दृष्टि से खास महत्व होता है। यह तिथि दान पुण्य और पितरों के पूजन के लिए बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है। लेकिन जब किसी महीने में अमावस्या शनिवार के दिन पड़ती है तो यह और भी खास हो जाती है और इसे शनिश्चरी अमावस्या कहते हैं। ऐसी अमावस्या पर पितरों के आशीर्वाद के साथ ही शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या झेल रहे जातकों को खास लाभ मिलता है। जिन राशियों पर शनि की दशा चल रही है अगर उन राशियों के जातक शनिश्चरी अमावस्या के दिन कुछ खास उपाय करें तो उन्हें काफी राहत मिलती है। आइए जानते हैं किन राशियों पर चल रही है शनि की दशा और किन उपायों से होगा लाभ…
इन 5 राशियों पर चल रही है शनि की दशा
ज्योतिष की गणना के अनुसार इस वक्त शनि स्वराशि मकर में वक्री अवस्था में गोचर कर रहे हैं। यानी कि उल्टी चाल से चल रहे हैं। शनि का वक्री अवस्था में होना शुभ नहीं माना जाता है कि क्योंकि इस अवस्था में शनि पीड़ित माने जाते हैं और शुभ फल देने में असमर्थ होते हैं। गणनाओं बताती हैं इस वक्त मिथुन और तुला राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है। इसके अलावा धनु, मकर और कुंभ पर साढ़ेसाती चल रही है।
उड़द की दाल का उपाय
शनि की दशा में उड़द की दाल का प्रयोग बहुत शुभ माना जाता है। शनिश्चरी अमावस्या के दिन ढाई सौ ग्राम अथवा साढ़े सात सौ ग्राम उड़द दाल का दान करें अथवा इतनी ही मात्रा में दाल लेकर खिचड़ी बनाएं और दान करें एवं स्वयं भी प्रसाद ग्रहण करें।
पीपल का उपाय
पीपल के पेड़ पर शनिदेव का वास माना जाता है, इसलिए शनिश्चरी अमावस्या पर पीपल की पूजा करनी चाहिए। पितरों का नाम लेकर पीपल की जड़ को दूध मिश्रित जल से सींचें। पितृ दोष और कालसर्प दोष में लाभप्रद रहेगा यह उपाय।
लाल किताब से जुड़ा नारियल का उपाय
सूखे नारियल का मुंह काटकर उसमें आटा और चीनी भर लें। नारियल का मुंह बंदकर दें और छोटा सा छेद छोड़ दें इसके ऊपर से काला धागा लपेट दें। इसे साढे़साती, ढैय्या और शनि दशा में परेशानी में चल रहे लोगों के सिर के ऊपर से 7 बार घुमाएं। सूने स्थान में जहां 3 काली चींटियां हो वहां नारियल को दबा दें। लाल किताब में इस उपाय को शनि शांति के लिए कारगर उपाय बताया गया है।
तुलसी के पत्तों का उपाय
एक सादे कागज पर 108 बार राम नाम लिखकर उसे आटे में गूंथ लीजिए और इसे नदी या तालाब में प्रवाहित कर दें जहां मछलियां हों। अथवा तुलसी के पत्ते पर राम नाम लिखकर हनुमान जी को माला अर्पित करें।
इस वस्तु का करें दान
आषाढ़ महीने में शनि अमावस्या है, ऐसे में काले छाते का दान किसी जरूरतमंद को दें। शनि अमावस्या के दिन अपराजिता के नीले फूल शनि महाराज को अर्पित करें। शनि कृपा से पराजय भी जय में परिवर्तित होगी। शनि महाराज की पूजा के बाद शनि स्तोत्र का पाठ जरूर करें।
सरसों के तेल का दान
लोहे के बर्तन में सरसों का तेल भरकर अपना चेहरा उसमें देखें और इस बर्तन को तेल समेत शनि का दान लेने वाले को दान कर दें। यह उपाय कम से कम 7 शनिवार करना लाभप्रद होगा। इसकी शुरुआत शनि अमावस्या से करनी चाहिए।
इस चीज से दूर रहें
शास्त्रों में कुछ ऐसी तिथियों के बारे में बताया गया है जिन पर व्यक्ति को शुद्ध आचरण करना चाहिए। शनि अमावस्या के दिन असत्य न बोलें, सात्विक भोजन करें, मांस मदिरा से परहेज रखें। किसी से उधार लेन-देन न करें।
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