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धर्म-अध्यात्म
सेल्फ कॉन्फिडेंस, दुनिया को जीतना है, तो ज़रूरी है, जानें इसका मूल मंत्र
Manish Sahu
19 July 2023 1:24 PM GMT

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धर्म अध्यात्म: हर किसी के जीवन में एक वक्त ऐसा होता है जब वो अपने आपको काफी कमजोर समझने लगता है। उसे ऐसा लगता है कि अब वो जीवन में कुछ नहीं कर पाएगा, उसकी लाइफ खराब हो चुकी है। ऐसा वो अपनी पढ़ाई, करियर, रिलेशनशिप, मैरिज लाइफ या फिर जीवन के कई अन्य पहलुओं में असफल होने या फिर असफलता के डर या काफी मेहनत के बाद भी उसे रिजल्ट नहीं मिल पा रहा हो, तो ऐसे में वो अपना कॉन्फिडेंस लूज करने लग जाता है। लाइफ में हर किसी को कामयाब होना है, कौन चाहता है कि वो असफल हो। लेकिन सफलता पाने का सबसे बड़ा मूल मंत्र है अपने अंदर का कॉन्फिडेंस जगाए रखना। आप तभी सफल हो सकते हैं जब आपके अंदर किसी भी काम को करने का पूरा कॉन्फिडेंस होगा। अपने आप से पूछे ये सवाल अपने कॉन्फिडेंस को दोबारा पाने या उसे बूस्ट करने के लिए आपको खुद से कुछ सवाल पूछने चाहिए। पहला सवाल ये कि आप करना क्या चाहते हैं ? दूसरा सवाल ये कि आपको गोल क्या है?, जिसे आप अचीव करना चाहते हैं ?
इस बारें में आपसे बेहतर और कोई नहीं जान सकता है, क्योंकि कई लोग ऐसे होते हैं जो बिना लक्ष्य के काम करते जाते हैं, जिसमें उनका मन नहीं होता है। इस वजह से वो काम भी सही तरह से नहीं हो पाते। आपको ये सवाल काफी गहनता के साथ स्वंय से पूछना होगा। इसके साथ ही आपको ये भी सवाल अपने आप से ही पूछना होगा कि आपकी पसंद क्या है और आप किस फील्ड में बेहतर कर सकते हैं। जब आपको इन सारे सवालों के जवाब मिल जाते हैं तो आप में खुद ब खुद कॉन्फिडेंस आने लग जाता है। ये है दुनिया का सबसे ऊंचाई पर स्थित शिवमंदिर, यहां होती है शिव के हृदय और भुजाओं की पूजा खुद की तुलना दूसरों से करना बंद करें जब आप अपनी तुलना दूसरों के साथ करते रहेंगे तब तक आप हमेशा अपने आपको हीन महसूस करेंगे। इसमें सबसे अहम बात ये है कि हर किसी की अपनी-अपनी क्षमता होती है, हर शख्स अपनी क्षमता के साथ काम करता है। सब के गोल अलग-अलग होते हैं, च्वाइस अलग होती है।
हर शख्स एक-दूसरे से अलग है। इसलिए जब तब आप अपनी तुलना दूसरों से करना बंद नहीं करते तब तक आप अपने आप को लूजर ही समझते रहेंगे। आप अपनी कमियों में सुधार करें। दूसरे जो अच्छा काम कर रहे हैं, उनसे मोटिवेट होते रहें। इसके साथ ही सबसे जरूरी है अपनी क्षमता पर काम करें और उस पर विश्वास करें। क्योंकि कोई भी काम नामुमकिन नहीं होता है। इसलिए दूसरों से तुलना करना छोड़ अपने कॉन्फिडेंस को बूस्ट करें। बड़े गोल्स छोड़, छोटे गोल्स करें सेट आपका कॉन्फिडेंस इसलिए भी लूज होता है क्योंकि आपने अपने लिए बड़े गोल्स सेट कर लिए है, जिनको पूरा होने में वक्त लगता है। इसलिए हमेशा पहले छोटे गोल्स सेट करें और उसे टाइम से पहले पूरा करने की कोशिश करें। जब आपका टार्गेट वक्त से पहले पूरा होगा तो आपको आगे के लिए भी कॉन्फिडेंस आएगा। बड़े गोल सेट करने से आपमें प्रेशर भी रहता है, जिससे आत्मविश्वास में कमी आने लग जाती है। इसलिए स्मॉल गोल्स को सेट कर कॉन्फिडेंट को बढ़ाना शुरू करें। सीखें कॉन्फिडेंस बढ़ाने का एक तरीका ये भी है कि आप अपनी गलतियों को स्वीकार करना सीखें।
कई बार ऐसा होता है कि गलतियों के बोझ तले आप दबने लग जाते हैं। आपको पता है कि आप ने गलती की है और उस गलती का खामियाजा आपके साथ दूसरों को भुगतना पड़ रहा है। इसलिए गलतियों को स्वीकार करते हुए काम में आगे बढ़े, क्योंकि गलतियों से ही इंसान सीखता है। जब तक गलती नहीं होगी तब तक आप कुछ बड़ा नहीं कर सकते हैं। इतिहास में ऐसे कई उदाहरण हैं जिन्होंने सैकड़ों गलतियों के बाद बड़े इनवेंशन किये।खुद पर भरोसा रखें आत्मविश्वास की चाभी है खुद पर भरोसा रखना। दूसरे क्या कहते हैं, क्या बोलते हैं इससे आपको फर्क नहीं पड़ना चाहिए। आपको तभी फर्क पड़ेगा जब आपके अंदर खुद पर भरोसा रखने की ताकत नहीं होगी। जब आप खुद पर भरोसा रखना सीख जाते हैं तब आप दुनिया का कोई भी काम कर सकते हैं। दुनिया को अपनी मुट्ठी में कर सकते हैं। दुनिया चाहे कुछ भी कहे, बस आप अपने पर भरोसा करके जीत हासिल कर सकते हैं। साथ ही अपने आत्म सम्मान में बढ़त होती है। निगेटिविटी से दूर रहें जब तक आप नकारात्मकता से दूर नहीं जाते तब तक आप अपने आप में आत्मविश्वास नहीं बढ़ा सकते हैं। सफल होने के लिए हमेशा पॉजिटिव रहें। जब आप सफल होंगे तब कॉन्फिडेंस खुद ब खुद आता जाएगा। इसलिए हमेशा पॉजिटिव थिंक करें। इसके साथ आप नकारात्मक लोगों से भी दूर रहे। आप उनकी संगत में अपना कॉन्फिडेंस लूज करने लग जाते हैं। तो सबसे पहले निगेटिव लोगों से दूर रहें।
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