- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- सोमनाथ मंदिर में...
सोमनाथ मंदिर में देवाधिदेव महादेव का देखिए प्रातः का श्रृंगार
गुजरात के सौराष्ट्र में स्थित सोमनाथ मंदिर में देवाधिदेव महादेव विराजमान हैं. द्वादश ज्योतिर्लिंगों में सोमनाथ का सबसे ज्यादा महत्व है, क्योंकि यहां प्रथम ज्योतिर्लिंग अवस्थित है.आदिदेव का अलौकिक रूप यहीं पर विराजमान हैं. यह भारत के सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है.ऋग्वेद में भी इस मंदिर का वर्णन है. हिंदू धर्म में इस स्थान को अत्यधिक पवित्र माना गया है. मान्यता के अनुसार सोमनाथ मंदिर का निर्माण भगवान चन्द्र देव ने करवाया था. इस मंदिर का इतिहास हिंदू धर्म के उत्थान और पतन का प्रतीक है. धन, संपत्ति, वैभव और प्रगाढ़ आस्था के कारण यह मंदिर देश ही नहीं बल्कि दुनिया के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है. भारत पर विदेशी आक्रमणों के दौरान महमूद गजनवी से लेकर अलाऊद्दीन खिलजी तक ने इस मंदिर को 17 बार ध्वस्त किया है, लेकिन जितनी बार यह मंदिर ध्वस्त हुआ है, उतनी ही बार पहले से ज्यादा वैभव और विराट रूप में खड़ा हो गया है. आजादी के बाद सरदार वल्लभभाई पटेल और के एम मुंशी ने इस मंदिर का पुननिर्माण करवाया और 11 मई 1951 को भारत के प्रथम राष्ट्रपित डॉ राजेंद्र प्रसाद ने इसका उद्घाटन किया. आप इस लिंक के माध्यम से सोमनाथ मंदिर में आज का प्रातः श्रृंगार देख सकते हैं.
— Shree Somnath Temple (@Somnath_Temple) October 17, 2021
श्री सोमनाथ महादेव मंदिर,
— Shree Somnath Temple (@Somnath_Temple) October 17, 2021
प्रथम ज्योतिर्लिंग - गुजरात (सौराष्ट्र)
दिनांकः 17 अक्तूबर 2021, आश्विन शुक्ल द्वादशी - रविवार
प्रातः शृंगार
10213328 pic.twitter.com/lBxpHPwXNw