- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- देखिये अप्रैल माह के...
x
अप्रैल माह की शुरुआत एकादशी तिथि से हो रही है
अप्रैल माह की शुरुआत एकादशी तिथि से हो रही है और चैत्र शुक्ल की इस एकादशी को कामदा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है. इसके बाद अप्रैल माह (April 2023 Festival List) में हिंदू धर्म का पर्व अक्षय तृतीया, सिखों का पर्व महावीर जयंती और ईसाइयों का पर्व गुड फ्राइडे मनाया जाएगा. इस तरह यह महीना भारत के सभी धर्मों के अनुयायियों के लिए उत्सव का महीना रहेगा. आइए जानते हैं अप्रैल 2023 के सभी प्रमुख व्रत और त्यौहार.
कामदा एकादशी – 1 अप्रैल
कामदा एकादशी का व्रत चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन किया जाता है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करते है. इससे सारे पाप नष्ट हो जाते हैं और लंबी तपस्या का फल मिलता है.
आनंद त्रयोदशी सोम प्रदोष – 3 अप्रैल
प्रदोष व्रत हर महीने की त्रयोदशी को रखा जाता है. प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित है. इस बार प्रदोष व्रत सोमवार के दिन पड़ रहा है, इसे सोम प्रदोष कहा जाएगा. चूंकि सोमवार भी भगवान शिव को समर्पित है.
महावीर जयंती- 4 अप्रैल
जैन धर्म के तीर्थंकर भगवान महावीर की जयंती चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की तेरहवीं तिथि को मनाई जाती है. महावीर स्वामी जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर हैं.
हनुमान जयंती- 6 अप्रैल
हर साल चैत्र मास की पूर्णिमा के दिन हनुमान जयंती मनाई जाती है. इस वर्ष संकटमोचन भगवान हनुमानजी की जयंती 6 अप्रैल को मनाई जाएगी.
गुड फ्राइडे – 7 अप्रैल
गुड फ्राइडे को होली फ्राइडे, ब्लैक फ्राइडे या ग्रेट फ्राइडे के नाम से भी जाना जाता है. यह ईसाई धर्म के लोगों का प्रमुख पर्व है. इस दिन ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था.
ईस्टर – 9 अप्रैल
गुड फ्राइडे के बाद 9 अप्रैल को ईस्टर का पर्व मनाया जाएगा. ऐसा माना जाता है कि ईस्टर के दिन ईसा मसीह का फिर से जन्म हुआ था.
बैसाखी पर्व – 14 अप्रैल
पंजाबी और सिख समुदाय के लोग बैसाखी का त्योहार मनाते है. यह नई फसल के आगमन के अवसर पर मनाया जाता है. इस दिन भांगड़ा किया जाता है और जगह-जगह पर मेले लगते हैं.
वरुथिनी एकादशी – 16 अप्रैल
वैशाख मास के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को वरुथिनी एकादशी व्रत या वरुथिनी कहते हैं. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
प्रदोष व्रत- 17 अप्रैल
अप्रैल माह में आने वाला दूसरा प्रदोष व्रत भी सोमवार के दिन ही है.
मासिक शिवरात्रि- 18 अप्रैल
हिंदू पंचांग के अनुसार हर महीने की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है. मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से मोक्ष मिलती है. साथ ही सारे कष्ट दूर हो जाते हैं.
अक्षय तृतीया – 22 अप्रैल
वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया मनाते हैं. यह हिंदुओं का एक प्रमुख त्योहार है और विवाह, गृहप्रवेश, मुंडन, नई चीजें खरीदने के लिए शुभ माना जाता है. इस दिन सोना खरीदना बहुत शुभ माना जाता है.
ईल उल फितर – 22 अप्रैल
ईद-उल-फितर मुसलमानों का एक पवित्र त्योहार माना जाता है जिसे रमजान का महीना खत्म होने के बाद मनाया जाता है. रमजान का महीना खत्म होने पर चांद देखने के बाद ईद का त्योहार मनाया जाता है.
गंगा जयंती – 26 अप्रैल
वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को गंगा सप्तमी या गंगा जयंती मनाया जाता है. मान्यता है कि इसी दिन देवी गंगा प्रकट हुई थीं. इस दिन गंगा नदी में स्नान और दान-पुण्य करने का बहुत महत्व होता है.
जानकी जयंती – 29 अप्रैल
वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को राजा जनक को भूमि से पुत्री की प्राप्ति हुई थी. जिसका नाम उन्होंने सीता रखा. माता सीता के जन्मोत्सव को जानकी जयंती या सीता नवमी भी कहा जाता है.
Tagsवास्तु दोषवास्तु दोष के उपायवास्तु दोष निवारण के उपायवास्तु शास्त्रवास्तु शास्त्र का ज्ञानवास्तु के नियमवास्तु टिप्सकुछ महत्वपूर्ण वास्तु नियमसनातन धर्महिंदू धर्मभारतीय ज्योतिष शास्त्रज्योतिष शास्त्रVastu DoshaVastu Dosha RemediesVastu ShastraKnowledge of Vastu ShastraRules of VastuVastu TipsSome Important Vastu RulesSanatan DharmaHinduismIndian AstrologyJyotish Shastraजनता से रिश्ताजनता से रिश्ता न्यूज़लेटेस्ट न्यूज़न्यूज़ वेबडेस्कआज की बड़ी खबरRelationship with publicrelationship with public newslatest newsnews webdesktoday's big news
Apurva Srivastav
Next Story