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सावन की पहली गणेश चतुर्थी आज, 19 साल बाद बना खास योग, ऐसे करें बप्पा को प्रसन्न
गणेश चतुर्थी : 19 साल बाद श्रावण मास में अधिकमास पड़ा है. श्रावण मास की गणेश चतुर्थी भी इसी दौरान पड़ी है. अधिकमास के देवता श्री हरि हैं. ऐसे में गणेश चतुर्थी का महत्व काफी ज्यादा बढ़ गया है.सावन की पहली गणेश चतुर्थी आज, 19 साल बाद बना खास योग, ऐसे करें बप्पा को प्रसन्न सावन गणेश चतुर्थी आज आज श्रावण मास की पहली गणेश चतुर्थी है. भगवान गणेश को हिंदू धर्म में प्रथम पूज्य देव का स्थान प्राप्त है. शिव-पार्वती के पुत्र श्री गणेश को विघ्नहर्ता भी कहा जाता है जो सभी भक्तों के विघ्न और बाधाओं को हर लेते हैं. श्रावण मास महादेव को समर्पित हैं. ऐसे में इसमें पड़ने वाली गणेश चतुर्थी का महत्व और भी बढ़ जाता है.मान्यता है कि जो भी भक्त इस दिन भगवान गणेश की पूजा और व्रत करता है, उसके सभी विघ्न दूर हो जाते हैं और घर में सुख समृद्धि आती है. इस साल की विनायक चतुर्थी का महत्व काफी ज्यादा बढ़ गया है. इस तिथि पर रवि नाम का शुभ योग बन रहा है जो भक्तों के लिए काफी खास है. रवि योग के साथ भद्रा का साया भी है. इसके अलावा श्रावण मास की पहली गणेश चतुर्थी आज यानी शुक्रवार के दिन है. शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी को समर्पित है. भगवान गणेश की पूजा देवी लक्ष्मी के साथ की जाती है. ऐसे में इस दिन गणेश चतुर्थी का फल दोगुना हो सकता है. आइए जानते हैं भगवना गणेश को प्रसन्न करने के लिए क्या करें ऐसे करें बप्पा को प्रसन्न श्रावण मास में पड़ने वाली गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश को बेलपत्र और रसगुल्ले का भोग लगाना चाहिए.इस दिन भगवान गणेश को खुश करने के लिए गणेश चालीसा का पाठ जरूर करें. भगवान गणेश को लड्डू बेहद पसंद है. ऐसे में उन्हें खुश करने के लिए लड्डू का भोग भी लगाएं.
इसके अलावा भगवान गणेश को दूर्वा की पत्तियां भी बेहद पसंद हैं. ऐसे में भगवान गणेश को दूर्वा अर्पित करने से घर में सुख समृद्धि आती है. गणपित को दूर्वा अर्पित करते समय ‘श्रीगणेशाय नम: दूर्वांकुरान् समर्पयामि’ मंत्र का जप करें. क्यों खास है इस साल श्रावण मास की गणेश चतुर्थी इस बार की गणेश चतुर्थी खास इसलिए भी है क्योंकि 19 साल बाद श्रावन मास में अधिकमास लगा है और श्रावण मास की गणेश चतुर्थी भी इसी मास में लगी है. अधिकमास के स्वामी श्री हरि हैं, श्रावण मास महादेव को समर्पित है और चतुर्थी तिथि के स्वामी भगवान गणेश हैं. वहीं शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी को समर्पित है. ऐसे में आज के दिन विधि विधान से पूजा करने से इन सभी देवी देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होगा.