धर्म-अध्यात्म

Sawan Shivratri: 19 सालों बाद सावन शिवरात्रि पर आज बना दुर्लभ संयोग

Tara Tandi
2 Aug 2024 6:49 AM GMT
Sawan Shivratri: 19 सालों बाद सावन शिवरात्रि पर आज बना दुर्लभ संयोग
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Sawan Shivratri ज्योतिष न्यूज़: हिंदू धर्म में कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं और सभी का अपना अलग महत्व होता है लेकिन सावन शिवरात्रि को बेहद ही खास माना जाता है जो कि महादेव की साधना आराधना का दिन होता है इस दिन भक्त प्रभु की भक्ति में लीन रहते हैं और दिनभर उपवास आदि भी रखते हैं माना जाता है कि ऐसा करने से शिव शम्भू की कृपा बरसती है पंचांग के अनुसार सावन माह की शिवरात्रि 2 अगस्त दिन शुक्रवार यानी की आज देशभर में धूमधाम के साथ मनाई जा रही है इस दिन भक्त शिव मंदिरों में जाकर भगवान भोलेनाथ की विधिवत पूजा अर्चना करते हैं माना जाता है कि ऐसा करने से महादेव
प्रसन्न होकर कृपा बरसाते हैं।
इस साल सावन की शिवरात्रि पर कई दुर्लभ योगों का संयोग बन रहा है जो कि अपने आप में बेहद ही खास है। सावन शिवरात्रि पर महादेव की पूजा के लिए कुल 42 मिनट का समय प्राप्त हो रहा है जो कि अतिउत्तम माना जा रहा है, तो आज हम आपको महादेव की साधना आराधना का शुभ मुहूर्त बता रहे हैं जिसमें पूजा कर भक्त प्रभु की असीम कृपा को प्राप्त कर सकते हैं तो आइए जानते हैं।
महादेव की पूजा का शुभ समय—
हिंदू पंचांग के अनुसार सावन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि का आरंभ 2 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 26 मिनट पर हो रहा है और इस तिथि का समापन अगले दिन यानी की 3 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 50 मिनट पर हो जाएगा। शिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा के लिए निशिता काल को सबसे अधिक शुभ और उत्तम माना जाता है मान्यता है कि निशिता काल में महादेव की पूजा करने से भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है।
ऐसे में सावन शिवरात्रि के दिन निशिता काल में शिव पूजा का शुभ समय शिवरात्रि के दिन देर रात 12 बजकर 6 मिनट से लेकर रात 12 बजकर 48 मिनट तक रहेगा। इसलिए इस शिवरात्रि भगवान शिव की पूजा अर्चना करने के लिए भक्तों को केवल 42 मिनट का शुभ समय ही प्राप्त हो रहा है। मान्यता है कि इस मुहूर्त में पूजा कर भक्त अपनी सभी मनोकामनाओं को पूर्ण कर प्रभु का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।
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