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Sawan : जानें कौन सी मनोकामना होगी पूरी, ये पत्ते शिवलिंग पर चढ़ाएं
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। धर्मग्रंथों में कहा गया है कि-'श्रावणे पूजयेत शिवम्'। अर्थात श्रावण मास में शिव पूजा विशेष रूप से फलदाई है। भोले भंडारी थोड़ी सी भक्ति करने से जल्दी ही प्रसन्न होकर अपने भक्तों की मनोकामनाओं की पूर्ति करते हैं। एक श्लोक के अनुसार 'वेदः शिवः,शिवः वेदः'अर्थात वेद ही शिव हैं और शिव ही वेद हैं। काल के भी महाकाल भगवान शिव के बारे में लिखा है कि- 'सभी देवताओं की आत्मा में रूद्र उपस्थित हैं और सभी देवता रूद्र की आत्मा हैं'। कहा गया है, ''रुतम-दुःखम द्रावयति-नाशयतीति रुद्रः' यानि भगवान आशुतोष सभी दुखों को नष्ट कर देते हैं। भगवान शिव को प्रिय बेलपत्र का जिक्र शिव पुराण में भी कई जगह किया गया है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि बेल पत्तों के अलावा शिवजी को पांच दूसरे पत्ते भी खूब पसंद हैं। आइए जानते हैं इस सावन बेलपत्र के साथ कौन से पत्ते चढ़ाकर भगवान को शीघ्र प्रसन्न किया जा सकता है।
भांग के पत्ते
शिवजी को बेलपत्र के बाद दूसरा सबसे प्रिय लगने वाला पत्ता भांग का है। शिवलिंग पर भांग चढ़ाने से हमारे मन के विकार और बुराइयां दूर होती हैं। भांग एक औषधि है। मान्यता हैं कि जब शिवजी ने विष का पान किया था तब जहर का जहर से उपचार करने के लिए भांग के पत्ते देवताओं ने शिवजी पर चढ़ाए थे।
शमी के पत्ते
आमतौर पर शमी के पत्ते शनिदेव को ही चढ़ाए जाते हैं, लेकिन ये पत्ते शिवलिंग पर भी चढ़ाए जाते हैं। रोज सुबह शिवलिंग पर गंगाजल चढ़ाएं और इसके बाद बिल्व के साथ ही शमी के पत्ते भी जरूर चढ़ाएं। ऐसा करने से भोलेनाथ के साथ-साथ शनिदेव की कृपा भी बनी रहेगी।
दूर्वा
शास्त्रों में दूर्वा यानी घास का बहुत महत्व बताया गया है। मान्यता है कि इसमें अमृत बसा है। भगवान शिव और उनके पुत्र गणेश जी को दूर्वा बेहद प्रिय है। भगवान शिव को दूर्वा अर्पित करने से अकाल मृत्यु का भय दूर होता है।
आम के पत्ते
भगवान शिव को आम के पत्ते अर्पित करने से वे अपने भक्तों का दुर्भाग्य दूर करते हैं, साथ ही धन-लाभ की संभावनाएं बनती हैं।
धतूरे के पत्ते
धतूरे का फल और पत्ता औषधि के रूप में भी काम आता है। शिव पुराण में वर्णित है कि शिवजी को धतूरा बहुत प्रिय है। ये पत्ते शिवलिंग पर चढ़ाने से भक्त के सभी बुरे विचार नष्ट होते हैं और सोच सकारात्मक बनती है।
पीपल के पत्ते
शास्त्रों में उल्लेख मिलता है कि पीपल पर त्रिदेवों का वास होता है। पीपल के पत्तों पर भगवान शिव का वास है। भगवान शिव को पीपल के पत्ते अर्पित करने से ग्रहों के दोष दूर होते हैं और घर-परिवार में सुख-समृद्धि आती है।
आक के पत्ते
आक का फूल और पत्ता दोनों ही भगवान भोलेनाथ को बेहद प्रिय है। मान्यता है कि जो भक्त भगवान शिव को आक के पुष्प और पत्ते अर्पित करते हैं भगवान शिव उसके दैहिक, दैविक और भौतिक सभी तरह के कष्ट हर लेते हैं।