धर्म-अध्यात्म

Sawan 2021 : जानिए किस सोमवार को है कौन सा खास संयोग

Renuka Sahu
29 July 2021 4:38 AM GMT
Sawan 2021 : जानिए किस सोमवार को है कौन सा खास संयोग
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फाइल फोटो 

वैसे तो सावन का महीना चातुर्मास का पहला महीना होता है. चातुर्मास के दौरान कोई भी मांगलिक काम करना वर्जित होता है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। वैसे तो सावन का महीना चातुर्मास का पहला महीना होता है. चातुर्मास के दौरान कोई भी मांगलिक काम करना वर्जित होता है. लेकिन अगर आप कोई विशेष खरीददारी करना चा​हते हैं या कोई ऐसा काम है जिसके बारे में लंबे समय से विचार कर रहे हैं, तो उसके लिए सावन के अगले तीन सोमवार बहुत खास हैं.

श्रावण माह में आने वाले अगले तीन सोमवार को बेहद शुभ संयोग बन रहे हैं. ऐसे में सावन के सोमवार का व्रत रखने वाले, दान पुण्य करने वाले लोगों को कई गुना फल प्राप्त होगा. साथ ही तमाम कामों में सफलता मिलेगी. जानिए किस सोमवार को है कौन सा खास संयोग.

दूसरा सोमवार
सावन का पहला सोमवार 26 जुलाई को बीत चुका है. दूसरा सोमवार 2 अगस्त को पड़ने वाला है. 2 अगस्त को चंद्रमा कृत्तिका नक्षत्र में रहेगा. कृतिका नक्षत्र के स्वामी अग्निदेव हैं. मान्यता है कि कृतिका नक्षत्र में महादेव का पूजन करने से जाने-अनजाने हुए पापों से मुक्ति मिलती है और तमाम बीमारियां और भय दूर होते हैं. साथ ही इस दिन सर्वार्थसिद्धि योग भी बनेगा. सर्वार्थसिद्धि योग को सभी मनोरथ सिद्ध करने वाला मुहूर्त माना जाता है. इस शुभ समय में आप धन से जुड़े काम, जॉब और बिजनेस के जरूरी काम निपटाएं. तरक्की और फायदा मिलेगा.

तीसरा सोमवार
तीसरा सोमवार 9 अगस्त को पड़ेगा. तीसरे सोमवार को वरीयान योग बन रहा है, साथ ही इस दिन चंद्र देव अश्लेषा नक्षत्र में रहेंगे. अश्लेषा नक्षत्र के स्वामी सर्प होते हैं. सर्प महादेव को अत्यंत प्रिय हैं. वे उन्हें गले में धारण करते हैं. ऐसे में अश्लेषा नक्षत्र में महादेव का पूजन बेहद शुभदायी और फलदायी है. इस नक्षत्र में शिवजी पर जल और दूध चढ़ाने से पितृ संतुष्ट होते हैं. काल सर्प दोष और पितृ दोष में राहत मिलती है. इसके अलावा इस दिन वरीयान योग बन रहा है. वरीयान योग में कोई भी काम करने से बाधाएं नहीं आतीं. ऐसे में कोई शुभ काम जो आप लंबे समय से करना चाह रहे हैं, उसे इस मुहूर्त में करें. काम के बीच कोई रुकावट नहीं आएगी.

चौथा सोमवार
16 अगस्त को चौथा सोमवार पड़ेगा. चौथे सोमवार को अनुराधा नक्षत्र लगेगा. इस नक्षत्र के देवता मित्र नाम के आदित्य हैं, जिन्हें 12 आदित्यों में से एक माना जाता है. माना जाता है कि अनुराधा नक्षत्र में शिव जी की पूजा करने से रोग, दोष और दुख दूर होते हैं. वहीं इस दिन ब्रह्म योग का विशेष संयोग है. ब्रह्म योग बनने से शिव पूजा का महत्व और किसी भी शुभ काम का पुण्य कई गुना बढ़ जाता है. इस योग में आप प्रॉपर्टी से जुड़ा कोई काम, वाहन की खरीददारी वगैरह कर सकते हैं. इसके अलावा यदि कोर्ट कचहरी से जुड़ा को विवाद है, तो उसके लिए प्रयास कीजिए, सफलता मिल सकती है.


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