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शनि की साढ़े साती का इन राशियों पर है प्रभाव, जानें मुक्ति का मार्ग
वैदिक ज्योतिष शास्त्र में शनि को क्रूर ग्रह माना जाता है। मान्यता है कि शनि जातक को उसके कर्मों के हिसाब से फल देते हैं। अच्छे कर्म करने वालों को शुभ और गलत कामों को करने वालों को दंडित करते हैं। बुरे कर्म करने वाले व्यक्ति के लिए शनि की दशा भी कष्टकारी साबित होती है। हर व्यक्ति को शनि की साढ़े साती और शनि ढैय्या का सामना करना पड़ता है। शनि वर्तमान में मकर राशि में गोचर कर रहे हैं। शनि का प्रभाव मिथुन, तुला, कुंभ, मकर और धनु राशि वालों पर है।
शनि की साढ़े साती और शनि ढैय्या क्या है-
शनि जब चंद्र राशि से आठवें और चौथे भाव में हों तो यह अवस्था शनि ढैय्या कहलाती है। शनि चंद्र राशि के अनुसार, प्रथम, द्वितीय या द्वादश स्थान में हो तो शनि की यह अवस्था शनि की साढ़े साती कहलाती है।
किन राशियों को मिलेगी शनि की दशा से मुक्ति-
वर्तमान में मिथुन और तुला राशि वालों पर शनि ढैय्या चल रही है। धनु, मकर और कुंभ राशि वालों पर शनि की साढ़े साती चल रही है। शनि 29 अप्रैल 2021 को मकर से कुंभ राशि में गोचर करेंगे। जिससे धनु राशि वालों से शनि की साढ़े साती हट जाएगी। शनि राशि परिवर्तन के बाद मीन, कुंभ और मकर राशि वाले इसकी चपेट में रहेंगे। शनि गोचर से मिथुन और तुला राशि वालों को शनि ढैय्या से मुक्ति मिल जाएगी। इसके बाद कर्क और वृश्चिक राशि वालों पर शनि ढैय्या शुरू होगी।
शनि के बुरे प्रभाव से बचाव के उपाय-
1. वाद-विवाद से बचें।
2. वाहन चलाने में सावधानी बरतें।
3. इस दौरान यात्रा से बचें।
4. मांस या शराब के सेवन से बचें।
5. शनि देव और हनुमान जी की पूजा करें।
इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।