धर्म-अध्यात्म

Rules for worship : भूलकर न करें ये कार्य, जानें ईश्वर की साधना-आराधना का पूरा नियम

Rani Sahu
12 Jun 2022 10:15 AM GMT
Rules for worship : भूलकर न करें ये कार्य, जानें ईश्वर की साधना-आराधना का पूरा नियम
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ईश्वर की पूजा करने से हमेशा मन प्रसन्न रहता है. सनातन परंपरा में अपने आराध्य की पूजा के लिए समय, स्थान और करने का तरीका भी निश्चित किया गया है

ईश्वर की पूजा करने से हमेशा मन प्रसन्न रहता है. सनातन परंपरा में अपने आराध्य की पूजा के लिए समय, स्थान और करने का तरीका भी निश्चित किया गया है. यदि आप विधि–विधान से अपने देवी–देवता की पूजा करते हैं तो निश्चित रूप से आपकी पूजा शीघ्र ही सफल होगी. आइए जानते हैं कि ईश्वर की पजा करते समय हमें किन खास बातों का जरूर ख्याल रखना चाहिए

सबसे पहले तो हमें ईश्वर की पूजा तन और मन से पवित्र होकर करना चाहिए, अर्थात् स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र आदि पहनकर शांत और पवित्र मन से ही पूजा के लिए बैठना चाहिए. पूजा करते समय किसी पर क्रोध नहीं करना चाहिए.
ईश्वर की पूजा हमेशा एक निश्चित समय और एक निश्चित स्थान पर करने का प्रयास करें. ईश्वर की पूजा के लिए ब्रह्म मुहूर्त का समय सबसे शुभ माना गया है. यदि यह संभव नहीं है तो आप अपने हिसाब से एक निश्चित समय तय कर सकते हैं.
पूजा के लिए बनाया जाने वाला स्थान हमेशा ईशान कोण में होना चाहिए. साथ ही पूजा के समय हमारा मुंह भी हमेशा ईशान, पूर्व या उत्तर में दिशा में होना चाहिए. कभी भी देवी–देवता की तरफ पीठ करके या पैर करके नहीं बैठना चाहिए. ध्यान रहे कि पूजा घर कभी भी सीढ़ी या शौचालय के नीचे नहीं बनाना चाहिए.
पूजा स्थल पर कम से कम देवी–देवता को स्थापित करना चाहिए और प्रतिदिन उन्हें साफ करना चाहिए.
भूलकर न करें ये कार्य
भगवान शिव, गणेश और भैरव जी की मूर्ति पर तुलसी नहीं चढ़ाना चाहिए.
गणपति को प्रसन्न करने वाली दूर्वा का प्रयोग देवी भगवती की पूजा में नहीं करना चाहिए.
पवित्र गंगाजल को कभी भी प्लास्टिक, लोहे या फिर एल्युमिनियम के पात्र में नहीं रखना चाहिए. गंगा जल को रखने के लिए तांबे का बर्तन सबसे उत्तम माना गया है.
भगवान सूर्यदेव को कभी भी शंख से अर्घ्य नहीं देना चाहिए.
विष्णुप्रिया कहलाने वाली तुलसी को कभी भी बगैर स्नान किये न छूना चाहिए और न ही उसके पत्ते तोड़ने चाहिए.
पूजा में कभी भी दीपक से दीपक नहीं जलाना चाहिए.
पूजाघर में कभी भी खंडित, फटी–पुरानी या फिर दिवंगत लोगों की तस्वीर नहीं रखनी चाहिए.
पूजाघर में धन आदि छुपाकर नहीं रखना चाहिए.


Rani Sahu

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