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धर्म-अध्यात्म
आत्मविश्वास बढ़ाकर सफलता दिलाता है रुद्राक्ष, जानिए इसके फायदे
Apurva Srivastav
30 April 2021 8:07 AM GMT

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हिंदू धर्म में रुद्राक्ष का विशेष महत्व है
हिंदू धर्म में रुद्राक्ष का विशेष महत्व है. इसे अर्थ, धर्म, काम और मोक्ष के लिए लाभकारी माना जाता है. मान्यता है रुद्राक्ष भगवान शिव के आंसुओं से निर्मित हुआ है. माना जाता है कि इसे धारण करने वाले पर हमेशा भोलेनाथ की कृपा बनी रहती है. उसको कभी नकारात्मक शक्तियां परेशान नहीं करतीं. घर परिवार में सुख, शांति और संपन्नता बनी रहती है.
वैसे तो रुद्राक्ष कई प्रकार का होता है और हर रुद्राक्ष का अपना अलग महत्व है. लेकिन आज हम आपसे बात करेंगे दोमुखी रुद्राक्ष की. ये रुद्राक्ष अर्द्धनारीश्वर का रूप माना जाता है. मान्यता है कि इसे धारण करने वाले पर महादेव और माता पार्वती दोनों की कृपा बनी रहती है और वैवाहिक जीवन की अड़चनें दूर होती हैं. आइए जानते हैं दोमुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे.
1. दोमुखी रुद्राक्ष आत्मविश्वास बढ़़ाता है. इसके असर से व्यक्ति के कार्यों और उसके शब्दों में गंभीरता आती है और वो लोगों पर आसानी से अपना प्रभाव बना लेता है.
2. दोमुखी रुद्राक्ष का संबन्ध चंद्रदेव से भी माना जाता है. ये दिमाग को शांत करता है और शीतलता प्रदान करता है. इसे पहनने से मान-सम्मान में वृद्धि होती है. जिन लोगों का मन अक्सर विचलित रहता है, या गुस्सा बहुत आता है, उन्हें इसे धारण करना चाहिए.
3. शिव महापुराण के अनुसार इस रुद्राक्ष को पहनने से ब्रह्म हत्या और गो हत्या जैसे पापों से मुक्ति मिलती है. कर्क राशि का स्वामी चंद्रमा होता है, इस राशि वालों को दोमुखी रुद्राक्ष जरूर पहनना चाहिए.
4. इस रुद्राक्ष की माला पहनने से पारिवारिक जीवन सुखी होता है. मनोकामनाएं शीघ्र पूरी होती हैं.
5. अगर आपसे जाने-अनजाने किसी तरह का पाप हुआ है, तो रुद्राक्ष की माला पहनने से आपके पाप कट जाते हैं और आपका जीवन बेहतर हो जाता है.
6. यदि पति-पत्नी के बीच अक्सर विवाद की स्थिति बनी रहती है तो ये रुद्राक्ष धारण करने से हालात बेहतर होते हैं और दांपत्य जीवन कुछ ही दिनों में सुखद हो जाता है.
7. माला के प्रभाव से भूत-प्रेत, बाधाओं से मुक्ति मिलती है. मन में किसी प्रकार का भय नहीं रहता. व्यक्ति का मन सत्कर्म की ओर अग्रसर होता है.
8. वैसे तो दोमुखी रुद्राक्ष की उत्पत्ति इंडोनेशिया, नेपाल और भारत देश के कई क्षेत्रों में होती है, लेकिन नेपाल का दोमुखी रुद्राक्ष सबसे श्रेष्ठ माना गया है.
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