धर्म-अध्यात्म

पंचतत्वों पर आधारित पावन शिवधाम का धार्मिक महत्व

Bhumika Sahu
24 Jan 2022 7:13 AM GMT
पंचतत्वों पर आधारित पावन शिवधाम का धार्मिक महत्व
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भगवान शिव (Lord Shiva) से जुड़े भारत में कई ऐसे पावन धाम हैं जहां पर जाकर दर्शन मात्र से भक्तों के सारे दु:ख दूर हो जाते हैं. महादेव की कृपा दिलाने वाले तमाम मंदिरों में पंचतत्वों (Panchatatva) पर आधारित पावन शिवधाम का धार्मिक महत्व जानने के लिए जरूर पढ़ें ये लेख.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भगवान शिव (Lord Shiva) से जुड़े द्वादश ज्योतिर्लिंग के अलावा भारत में पूर्व से लेकर पश्चिम तक और उत्तर से लेकर दक्षिण तक कई ऐसे शिवालय हैं, जहां पर जाकर दर्शन एवं पूजन करने पर शिवभक्तों की सभी मनोकामनाएं चमत्कारिक रूप से पूरी होती हैं. शिव के तमाम मंदिरों पांच ऐसे शिवालय हैं, जो पंचतत्वों पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश पर आधारित हैं. भगवान शिव के लिए की जाने वाली तमाम साधनाओं में इन पांच तत्वों पर आधारित शिवलिंग का बहुत महत्व है. आइए जानते हैं आखिर शिव के अनोखे मंदिर देश में कहां पर स्थित हैं और इनका क्या धार्मिक महत्व है.

पृथ्वी तत्व पर आधारित एकंबरनाथ शिव मंदिर
भगवान शिव के पंचतत्वों पर आधारित पृथ्वी तत्व पर आधारित मंदिर तमिलनाडु के कांचीपुरम में स्थित है. मंदिर में पृथ्वी तत्व पर आधारित प्रतिष्ठि​त शिवलिंग का नाम एकंबरनाथ है, जिनके दर्शन एवं पूजन मात्र से व्यक्ति के सभी पाप एवं कष्ट दूर हो जाते हैं और उसे सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है. बालू से बने एकंबरनाथ शिवलिंग का जल आदि से जलाभिषेक नहीं होता है, बल्कि उन्हें यहां पर पूजा के दौरान सिर्फ और सिर्फ जल का छींटा दिया जाता है.
जल तत्व पर आधारित जम्बूकेश्वर शिव मंदिर
जल तत्व पर आधारित जम्बूकेश्वर शिव मंदिर के त्रिचिरापल्ली में स्थित है. भगवान शिव का यह मंदिर तमिलनाडु के पांच प्रमुख शिव मंदिरों में से एक है, जिसे लोग थिरुवन्नाईकावल के शिव मंदिर के नाम से बुलाते हैं. जम्बूकेश्वर भगवान का यह मंदिर काफी भव्य है और इसका प्रांगण बहुत बड़ा है.
अग्नि तत्व पर आधारित अरुणाचलेश्वर मंदिर
पंचतत्वों में अग्नि तत्व पर आधारित शिव मंदिर तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई में स्थित है. भगवान शिव का यह मंदिर बहुत ही विशाल है. अरुणाचलेश्वर के रूप में विराजमान महादेव का शिवलिंग गोलाई लिए हुए चौकोर है. शिवलिंग की उंचाई लगभग तीन फिट होगी, जिसके दर्शन करने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं. अरुणाचलेश्वर मंदिर में प्रतिदिन भगवान शिव और माता पार्वती का ​होने वाला श्रृंगार काफी मनमोहक होता है.
वायु तत्व पर आधारित काला हस्ती का शिव मंदिर
पंचतत्वों में वायु तत्व पर आधारित शिव मंदिर आंध्र प्रदेश के जिला चित्तुर के काला हस्ती में स्थित है. भगवान का शिवालय एक उंची पहाड़ी पर बना है, जिसके भीतर महादेव शिवलिंग के रूप में विराजमान हैं. मंदिर में प्रतिष्ठित शिवलिंग की उंचाई लगभग चार फिट है, जिस पर जल नहीं चढ़ाया जाता है. हालांकि भक्तगण एक अलग रखी शिला पर अपना जल अर्पित कर सकते हैं. शिव के इस पावन धाम में पुरुषों को धोती पहनकर ही भगवान शिव के दर्शन करने होते हें.
पंचतत्वों में आकाश तत्व पर आधारित
भगवान शिव का आकाश तत्व पर आधारित शिव मंदिर तमिलनाडु के चिदंबरम शहर में स्थित है. आकाश तत्व पर आधारित इस शिवालय को नटराज मंदिर के नाम से जाना जाता है. जिसमें भगवान शिव की नृत्य करते हुए मूर्ति है.


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