धर्म-अध्यात्म

करे महालक्ष्मी अष्टक पाठ घर पर आएगी सुख शांति

Tara Tandi
29 Sep 2023 5:21 AM GMT
करे महालक्ष्मी अष्टक पाठ घर पर आएगी सुख शांति
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हिंदू धर्म में सप्ताह का हर दिन किसी न किसी देवी देवता की पूजा अर्चना को समर्पित होता है, वही शुक्रवार का दिन धन की देवी माता लक्ष्मी की साधना आराधना को समर्पित किया गया है इस दिन भक्त देवी साधना में लीन रहते हैं और उपवास आदि भी रखते हैं माना जाता है कि ऐसा करने से देवी मां की कृपा प्राप्त होती हैं
लेकिन अगर आप धन लाभ की इच्छा रखते हैं और बैंक बैलेंस में वृद्धि चाहते हैं तो ऐसे में शुक्रवार के दिन माता का ध्यान करते हुए श्री महालक्ष्मी अष्टक का सच्चे मन से पाठ करें माना जाता है कि ऐसा करने से माता जल्दी प्रसन्न होकर कृपा करती है और गरीबी व आर्थिक तंगी से मुक्ति दिलाती है। तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं ये चमत्कारी पाठ।
श्री महालक्ष्मी अष्टक—
श्री शुभ ॥ श्री लाभ ॥ श्री गणेशाय नमः॥
नमस्तेस्तू महामाये श्रीपिठे सूरपुजिते ।
शंख चक्र गदा हस्ते महालक्ष्मी नमोस्तूते ॥१॥
नमस्ते गरूडारूढे कोलासूर भयंकरी ।
सर्व पाप हरे देवी महालक्ष्मी नमोस्तूते ॥२॥
सर्वज्ञे सर्ववरदे सर्वदुष्ट भयंकरी ।
सर्व दुःख हरे देवी महालक्ष्मी नमोस्तूते ॥३॥
सिद्धीबुद्धूीप्रदे देवी भुक्तिमुक्ति प्रदायिनी ।
मंत्रमूर्ते सदा देवी महालक्ष्मी नमोस्तूते ॥ ४ ॥
आद्यंतरहिते देवी आद्यशक्ती महेश्वरी ।
योगजे योगसंभूते महालक्ष्मी नमोस्तूते ॥ ५ ॥
स्थूल सूक्ष्म महारौद्रे महाशक्ती महोदरे ।
महापाप हरे देवी महालक्ष्मी नमोस्तूते ॥ ६ ॥
पद्मासनस्थिते देवी परब्रम्हस्वरूपिणी ।
परमेशि जगन्मातर्र महालक्ष्मी नमोस्तूते ॥७॥
श्वेतांबरधरे देवी नानालंकार भूषिते ।
जगत्स्थिते जगन्मार्त महालक्ष्मी नमोस्तूते ॥८॥
महालक्ष्म्यष्टकस्तोत्रं यः पठेत् भक्तिमान्नरः ।
सर्वसिद्धीमवाप्नोति राज्यं प्राप्नोति सर्वदा ॥९॥
एककाले पठेन्नित्यं महापापविनाशनं ।
द्विकालं यः पठेन्नित्यं धनधान्य समन्वितः ॥१०॥
त्रिकालं यः पठेन्नित्यं महाशत्रूविनाशनं ।
महालक्ष्मीर्भवेन्नित्यं प्रसन्ना वरदा शुभा ॥११॥
॥ इतिंद्रकृत श्रीमहालक्ष्म्यष्टकस्तवः संपूर्णः ॥
- अथ श्री इंद्रकृत श्री महालक्ष्मी अष्टक
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