- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- हर शुक्रवार पढ़ें ये...
हर शुक्रवार पढ़ें ये आरती, समाज में मिलेगी प्रसिद्धि
ज्योतिष: हिंदू धर्म में हफ्ते का हर दिन किसी न किसी देवी देवता की पूजा अर्चना को समर्पित होता हैं वही शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी की आराधना के लिए उत्तम माना जाता हैं। इस दिन भक्त देवी मां को प्रसन्न करने के लिए उनकी विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं।
मान्यता है कि लक्ष्मी कृपा अगर किसी पर हो जाती हैं तो उसके जीवन से दुख और धन संकट दूर हो जाते हैं ऐसे में अगर आप भी आज माता को प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद पाना चाहते हैं तो पूजन के बाद माता लक्ष्मी की प्रिय आरती जरूर पढ़ें, ऐसा करने से समाज में प्रसिद्धि मिलती हैं, तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं मां लक्ष्मी की संपूर्ण आरती।
मां लक्ष्मी की आरती
महालक्ष्मी नमस्तुभ्यं,
नमस्तुभ्यं सुरेश्वरि ।
हरि प्रिये नमस्तुभ्यं,
नमस्तुभ्यं दयानिधे ॥
पद्मालये नमस्तुभ्यं,
नमस्तुभ्यं च सर्वदे ।
सर्वभूत हितार्थाय,
वसु सृष्टिं सदा कुरुं ॥
ॐ जय लक्ष्मी माता,
मैया जय लक्ष्मी माता ।
तुमको निसदिन सेवत,
हर विष्णु विधाता ॥
उमा, रमा, ब्रम्हाणी,
तुम ही जग माता ।
सूर्य चद्रंमा ध्यावत,
नारद ऋषि गाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
दुर्गा रुप निरंजनि,
सुख-संपत्ति दाता ।
जो कोई तुमको ध्याता,
ऋद्धि-सिद्धि धन पाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
तुम ही पाताल निवासनी,
तुम ही शुभदाता ।
कर्म-प्रभाव-प्रकाशनी,
भव निधि की त्राता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
Recite maa lakshmi aarti on every Friday puja
जिस घर तुम रहती हो,
ताँहि में हैं सद्गुण आता ।
सब सभंव हो जाता,
मन नहीं घबराता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
तुम बिन यज्ञ ना होता,
वस्त्र न कोई पाता ।
खान पान का वैभव,
सब तुमसे आता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
शुभ गुण मंदिर सुंदर,
क्षीरोदधि जाता ।
रत्न चतुर्दश तुम बिन,
कोई नहीं पाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
महालक्ष्मी जी की आरती,
जो कोई नर गाता ।
उँर आंनद समाता,
पाप उतर जाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
ॐ जय लक्ष्मी माता,
मैया जय लक्ष्मी माता ।
तुमको निसदिन सेवत,
हर विष्णु विधाता ॥