धर्म-अध्यात्म

भारत की इन टॉप 5 जगहों पर पिंड दान करने पहुंचें, पूर्वजों को मिलेगा मोक्ष

SANTOSI TANDI
19 Sep 2023 11:20 AM GMT
भारत की इन टॉप 5 जगहों पर पिंड दान करने पहुंचें, पूर्वजों को मिलेगा मोक्ष
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पूर्वजों को मिलेगा मोक्ष
सनातन काल से हिन्दू मान्यता के अनुसार पितृपक्ष में मृत परिजनों के लिए पिंड दान करना बेहद ही शुभ कार्य माना जाता है।
पौराणिक कथा के अनुसार दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि देना का शुभ कार्य कई पौराणिक पुस्तकों में भी जिक्र है। कहा जाता है कि अगर पिंड दान नहीं करते हैं, तो मृत आत्मा को मोक्ष की प्राप्ति नहीं मिलती है।
भारत में ऐसी कई जगहें हैं, जहां पिंड दान करना बेहद ही शुभ माना जाता है। पिंड दान वाली जगहों पर हर दिन हजारों लोग पूजा-अर्चना करने पहुंचते हैं। इस आर्टिकल में हम आपको भारत की 5 टॉप जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां पिंड दान करने पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
ब्रम्हा कपाल में पिंड दान करें
उत्तराखंड में मौजूद ब्रम्हा कपाल एक बेहद ही खूबसूरत जगह के साथ-साथ पवित्र स्थल के रूप में ही जाना जाता है। उत्तराखंड के बद्रीनाथ मंदिर से कुछ ही दूरी पर मौजूद ब्रम्हा कपाल में पितृ पक्ष के मौके पर हजारों लोग पिंड दान करने पहुंचते हैं।
अलकनंदा नदी के किनारे स्थित ब्रम्हा कपाल के बारे में बोला जाता है कि जो लोग यहां पिंड दान करते हैं, उनके पूर्वजों की आत्मा सीधे स्वर्ग पहुंचती है। पौराणिक कथा है कि जब भगवान शिव ने भगवान ब्रह्मा का पांचवा सिर काटा तो वो ब्रम्हा कपाल में ही गिरा था। इसके बाद जब भगवान शिव पर मृत दोष लगा तो ब्रम्हा कपाल में ही श्राद्ध किया था।
त्रिवेणी संगम, प्रयागराज
पिंड दान के लिए उत्तर प्रदेश का हरिद्वार या वाराणसी शहर जिस तरह पूरे भारत में फेमस है, ठीक उसी तरह प्रयागराज राज में स्थित त्रिवेणी संगम भी पिंड दान के लिए बेहद ही पवित्र स्थान माना जाता है।
त्रिवेणी संगम भारत की एक ऐसी जगह मानी जाती है, जहां भारत की तीन सबसे पवित्र नदियां-गंगा, यमुना और सरस्वती का मिलन होता है। हालांकि, सरस्वती नदी विलुप्त हो चुकी है।
पौराणिक कथा के अनुसार जो व्यक्ति त्रिवेणी संगम में पिंड दान करता है और पानी में डुबकी लगाता है उसके सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और पितरों को मोक्ष की प्राप्ति मिलती है।
बोधगया में पिंड दान करें
बोधगया बिहार का एक बेहद ही चर्चित और लोकप्रिय पर्यटन स्थल माना जाता है। बोधगया जिस तरह खूबसूरती के लिए फेमस है, ठीक उसी तरह पौराणिक कथाओं के लिए भी फेमस है।
पौराणिक कथा के अनुसार यह कहा जाता है कि यहां पिंड दान करने का उल्लेख रामायण और महाभारत में भी किया गया है। इसलिए बोधगया में पितृ पक्ष के मौके पर देश के हर कोने से लोग पिंड दान करने के लिए पहुंचते हैं। बोधगया में पिंड दान करने के अलावा भगवान बुद्ध का भी दर्शन कर सकते हैं।
मथुरा में पिंड दान करें
मथुरा भारत का एक बेहद ही पवित्र धार्मिक स्थल माना जाता है। मथुरा शहर भगवान श्री कृष्ण नगरी के नाम से भी जाना जाता है। यह फेमस शहर यमुना नदी के किनारे बसा हुआ है।
पौराणिक कथा के अनुसार मथुरा में यमुना नदी के किनारे जो भी पूर्वजों के लिए पिंड दान करता है, उनको मोक्ष मिलता है और आत्मा स्वर्ग पहुंचती है। इसलिए मथुरा में यमुना नदी के किनारे पिंड दान करने के लिए देश के हर कोने से लोग पहुंचते रहते हैं।
द्वारका में पिंड दान करें
द्वारका भारत का एक बेहद ही महत्वपूर्ण और पवित्र स्थान माना जाता है। द्वारका भारत का चार धाम तीर्थ स्थलों में से एक माना जाता है। द्वारका भगवान कृष्ण की भूमि और द्वारकाधीश मंदिर के लिए भी काफी फेमस माना जाता है।
द्वारका पिंड दान के लिए भारत के टॉप 5 स्थानों में एक माना जाता है। पितरों पक्ष के मौके पर यहां देश के हर कोने से लोग पिंड दान करने के लिए पहुंचते हैं। आपको बता दें कि द्वारका में स्थित गोमती नदी के किनारे पिंड दान करना शुभ कार्य माना जाता है। यहां कई पुजारी मौजूद होते हैं, जो पिंड दान करवाते हैं।
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