धर्म-अध्यात्म

रथ सप्तमी का व्रत आज है सूर्य देव को प्रसन्न करने के जानें ये उपाए

Teja
7 Feb 2022 6:14 AM GMT
रथ सप्तमी का व्रत आज है सूर्य देव को प्रसन्न करने के जानें ये उपाए
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इस साल 2022 को रथ सप्तमी (Ratha Saptami) को आज धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. सप्तमी तिथि सूर्य देव को समर्पित है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | इस साल 2022 को रथ सप्तमी (Ratha Saptami) को आज धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. सप्तमी तिथि सूर्य देव को समर्पित है. इस दिन विशेष रूप से भक्त भगवान सूर्य देव (Surya dev) को प्रसन्न करने के लिए पूजा-अर्चना करते हैं. माना जाता है कि भगवान सूर्य देव ने अचला या रथ सप्तमी के दिन ही इस दुनिया को ज्ञान देना शुरू किया था. जिसको सूरज का जन्म दिन भी माना जाता है. आपको बता दें कि इस दिन को सूर्य जयंती (Surya jayanti) के नाम से भी भक्तों के बीच जाना जाता है. अचला सप्तमी का दिन शुभ कार्यों के लिए बहुत ही फलदायी माना माना जाता है. कहते हैं कि अगर आप जीवन में कष्टों से और पापों से मुक्ति के लिए इस दिन भगवान सूर्य की पूजा और व्रत रखा जाता है, तो आइए जानते हैं

जानें अचला सप्तमी का शुभ मुहूर्त
1- अचला सप्तमी सोमवार, 7 फरवरी 2022 यानि की आज है
2- अचला सप्तमी शुभ अवसर पर स्नान मुहूर्त – सुबह 05.22 बजे से 07.06 बजे तक करना होगा
– खास अवधि – 01 घंटा 44 मिनट
– अचला सप्तमी के दिन अरुणोदय – सुबह 06.41
– अचला सप्तमी के दिन अवलोकनीय सूर्योदय – सुबह 07.06
– सप्तमी तिथि आरंभ – 07 फरवरी को सुबह 04.37 बजे से
– सप्तमी तिथि समाप्त – 08 फरवरी को सुबह 06.15 बजे तक
अचला सप्तमी का महत्व
आपको बता दें कि अचला या फिर रथ सप्तमी को अरुणोदय में स्नान करना बहुत फलयादी माना जाता है. अरुणोदय काल सू्र्योदय से पहले चार घाटियों के लिए प्रचलित है. अरुणोदय के दौरान सूर्योदय से पहले ही अगर स्नान किया जाता है तो सभी प्रकार के रोगों का नाश हो जाता है. यही कारण है कि अचला या रथा सप्तमी को आरोग्य सप्तमी भी कहा जाता है.
अचला सप्तमी पूजा विधि
अचला सप्तमी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने के उपरांत एक लोटे में जल लें और उसमें लाल फूल, अक्षत औऱ चीनी के कुछ दानें डालकर सू्र्यदेव को अर्घ्य दें. इसके उपरांत घी के दीए से भगवान सूर्य की पूजा करनी चाहिए. ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से सूर्य देव आरोग्यता का आशीर्वाद देते हैं.
अचला सप्तमी के दिन जरूर करें ये उपाय
1. अचला सप्तमी के दिन पीले कनेर के फूल को सूर्य देव की पूजा में समर्पित करना चाहिए, इससे सभी परेशानियां दूर होती हैंय
2. अगर आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं तो इस दिन सूर्य देव को लाल कनेर के फूल अर्पित करना चाहिए.
3. भगवान सूर्य कोअगर भक्त इस दिन लाल कनेर का फूल अर्पित करते हैं, तो इससे कर्ज से मुक्ति मिलती है.
4. इसके साथ ही इस दिन लाल रंग की गाय को गुड़ खिलाने से नौकरी और व्यापार में उन्नति मिलती है.
5. अगर लाल कपड़े में गेहूं और गुड़ की पोटली बनाकर दान दी जाती है, तो इससे मन की सारी इच्छा पूरी होती है.


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