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आसमान में नजर आएगा दुर्लभ नजारा: 1000 साल बाद शनि, मंगल, शुक्र, बृहस्पति एक सीध में, बिना टेलिस्कोप के ऐसे देख सकेंगे

jantaserishta.com
28 April 2022 11:53 AM GMT
आसमान में नजर आएगा दुर्लभ नजारा: 1000 साल बाद शनि, मंगल, शुक्र, बृहस्पति एक सीध में, बिना टेलिस्कोप के ऐसे देख सकेंगे
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नई दिल्ली: आसमान की खगोलीय घटनाओं का नजारा काफी लोगों को देखना पसंद होता है. अब चाहे वह चन्द्र ग्रहण हो, सूर्य ग्रहण हो या फिर कोई और खगोलीय घटना. अप्रैल महीने का आखिरी सप्ताह चल रहा है और इस हफ्ते आसमान में अद्भुत नजारा देखने मिल रहा है. कुछ रिपोर्ट बताती हैं कि यह नजारा आसमान में दिखना शुरू हो गया है और 29 अप्रैल तक नजर आएगा. यह नजारा करीब 1 हजार साल बाद देखा गया है. पिछली बार यह नजारा 947 ईस्वी में देखा गया था. पठानी सामंत तारामंडल, भुवनेश्वर के डिप्टी डायरेक्ट शुभेंदु पटनायक (Subhendu Pattnaik) के मुताबिक, अप्रैल के अंतिम सप्ताह में शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि समेत 4 ग्रह सूर्योदय से लगभग 1 घंटे पहले पूर्व दिशा में सीधी रेखा में नजर आ जाएंगे.

अप्रैल 2022 का आखिरी सप्ताह शुरू हो चुका है और दुर्लभ घटना दिखने मिल रही है, जिसमें 4 ग्रह एक लाइन में नजर आ रहे हैं. इस घटना को 'ग्रह परेड' के रूप में भी जाना जाता है. ग्रह परेड की कोई वैज्ञानिक परिभाषा नहीं है, बल्कि खगोल विज्ञान में एक घटना को दिखाने के लिए इसका उपयोग किया जा रहा है, जब ग्रह एक लाइन में होते हैं.
शुभेंदु पटनायक के मुताबिक, ग्रह परेड 3 तरह की होती है. जब हमारे सौर मंडल के 3 ग्रह सूर्य की एक तरफ आ जाते हैं तो वह पहली तरह की ग्रप परेड होती है. इसे साल में कई दिनों तक देखा जा सकता है. इसी तरह 4 ग्रह एक लाइन में साल में 1 बार, 5 ग्रह 19 साल में एक बार और 8 ग्रह 170 साल में एक बार लाइन में आते हैं.
दूसरी ग्रह परेड वह होती है जिसमें कुछ ग्रह एक ही समय में आकाश के एक छोटे से क्षेत्र में दिखाई देते हैं. इस प्रकार की एक ग्रह परेड आखिरी बार 18 अप्रैल 2002 और जुलाई 2020 में हुई थी. वहीं तीसरी ग्रह परेड काफी दुर्लभ होती है और अभी होने वाली ग्रह परेड भी तीसरी तरह की थी.
शुभेंदु पटनायक के मुताबिक, अप्रैल के आखिरी हफ्ते के सूर्योदय से 1 घंटा पहले, शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि 4 ग्रहों के साथ चंद्रमा पूर्वी क्षितिज से 30 डिग्री पर दिखाई देना था. इसके बाद 30 अप्रैल 2022 को सबसे चमकीले ग्रह शुक्र और बृहस्पति को एक साथ बहुत करीब से देखा जा सकता है. शुक्र, बृहस्पति के 0.2 डिग्री दक्षिण में होगा. यदि स्थिति सही है तो कोई भी ग्रह परेड में बृहस्पति, शुक्र, मंगल और शनि को एक लाइन में बिना दूरबीन या टेलीस्कोप के देखा जा सकता है.
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