धर्म-अध्यात्म

राहु-केतु दोनों एक साथ चलेंगे उल्टी चाल, इन 5 राशियों की जिंदगी होगी बेहाल; बनी रहेगी बेवजह चिंता

Tulsi Rao
4 March 2022 5:25 PM GMT
राहु-केतु दोनों एक साथ चलेंगे उल्टी चाल, इन 5 राशियों की जिंदगी होगी बेहाल; बनी रहेगी बेवजह चिंता
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इस राशि परिवर्तन से 5 राशियों के लोगों को बेहद सतर्क रहना पड़ेगा. आइए जानते हैं उन 5 राशियों के बारे में

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार छाया ग्रह राहु-केतु दोनों एक साथ राशि परिवर्तन करते हैं. राहु-केतु 12 अप्रैल 2022 को राशि परिवर्तन करने वाले हैं. इस गोचर के दौरान राहु-केतु मेष राशि में प्रवेश करेगा. मेष राशि के स्वामी ग्रह मंगल देव हैं. केतु भी इसी दिन तुला राशि में गोचर करेगा. तुला राशि पर शुक्र देव का स्वामित्व रहता है. मेष राशि में राहु और केतु 18 महीने तक रहेंगे. राहु-केतु के इस राशि परिवर्तन से 5 राशियों के लोगों को बेहद सतर्क रहना पड़ेगा. आइए जानते हैं उन 5 राशियों के बारे में.

मेष (Aries)
मेष राशि के जातकों को रिश्तों को लेकर काफी सचेत रहना होगा. दरअसल राहु-केतु के गोचर से प्रेम या वैवाहिक संबंधों में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. इसके अलावा जीवन में आर्थिक समस्या भी आ सकती है.
तुला (Libra)
तुला राशि के लिए राहु परेशानी का कारण बनेगा. दरअसल इस राशि में राहु 7वें भाव और केतु पहले भाव में प्रवेश करेगा. ऐसे में इस राशि के जातकों को रुपए-पैसों के लेनदेन में काफी सावधान रहने की जरुरत होगी. हालांकि कुंडली में अगर राहु-केतु शुभ स्थिति में रहेंगे तो शुभ परिणाम मिल सकता है.
धनु (Sagittarius)
धनु राशि से संबंधित जातकों के लिए राहु-केतु का यह गोचर बेहद अशुभ साबित हो सकता है. गोचर की अवधि में भविष्य को लेकर मन में भय और चिंता हो सकती है. साथ ही इस दौरान धन को लेकर किया गया फैसला हानिकारक हो सकता है. ऐसे में इस अवधि में धन से जुड़े फैसले लेने से बचें.
मकर (Capricorn)
मकर राशि में राहु चौथे और केतु 10वें भाव में गोचर करेंगे. केतु का गोचर कुछ हद तक लाभकारी साबित होने वाला है. परंतु, राहु का गोचर शुभ नहीं माना जा रहा है. राहु के गोचर से पारिवारिक उलझनों में फंस सकते हैं. इसके अलावा सेहत से संबंधित परेशानियों का भी सामना करना पड़ सकता है.
मीन (Pisces)
मीन राशि वालों के लिए राहु-केतु का गोचर बेहद प्रतिकूल साबित होगा. राहु-केतु के गोचर की अवधि में आर्थिक नुकसान हो सकता है. इसके अलावा सेहत से जुड़ी समस्याएं भी परेशान कर सकती हैं. मानसिक चिंता से मन में बेचैनी का भाव आ सकता है.


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