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जनता से रिश्ता वेबडेस्क | आज बात करेंगे राहु और केतु के गोचर के बारे में। ये गोचर हो रहा है इस साल 30 अक्टूबर को। ये वक्र अवस्था में चलने वाले ग्रह हैं। इसके बाद 18 मई 2025 में इनका गोचर होगा। राहु और केतु की अपनी कोई राशि नहीं है। ये जहां पर बैठते हैं, उसी भाव का फल करते हैं। जिस राशि में बैठते हैं, उस राशि के स्वामी का फल करते हैं। ये बहुत ही जल्दी फल करते हैं। तो आइए जानते हैं कि राहु केतु के गोचर से सिंह राशि के जातकों के ऊपर क्या प्रभाव पड़ेगा ?Leo सिंह राशि: आपकी कुंडली में केतु इस समय शुभ गोचर में थे। शुभ गोचर से हटकर अशुभ गोचर में आ जाएंगे। केतु का दूसरे भाव में गोचर शुभ नहीं होता। राहु का गोचर भी आपके लिए शुभ नहीं था। राहु अष्टम में आ जाएंगे। अष्टम का गोचर अच्छा नहीं है। केतु का दूसरे भाव का गोचर अच्छा नहीं है। इस गोचर में आपके लिए अच्छा छुपा हुआ है। इस समय गुरु और राहु भाग्य स्थान में हैं। राहु जैसे ही अष्टम में आएंगे तो गुरु सीधा चंद्रमा को देखेंगे। ये भाग्य स्थान है और गुरु इस भाव के कारक हैं। गुरु इस भाव में सबसे ज्यादा शुभ फल देते हैं। केतु जो शुभ गोचर में चल रहे थे, वहां पर अगर कोई कमी पैदा होगी तो गुरु इस कमी को पूरा करना शुरू कर देंगे।
गुरु की नौवीं दृष्टि पड़ेगी पंचम भाव में। राहु-केतु का गोचर आपके लिए शुभ नहीं है लेकिन इसके बावजूद गुरु आपको शुभता देना शुरू कर देंगे। यदि आपकी कुंडली में राहु की महादशा या अंतर्दशा चल रही है तो बढ़िया फल देखने को मिलेंगे। अष्टम से अचानक नुकसान और प्रॉफिट देखा जाता है। ड्राइविंग को लेकर थोड़ा सावधान रहें।
राहु बारहवें भाव को देखेंगे तो विदेश का भाव है। विदेश जाने का मौका भी मिल सकता है। खर्चें भी बढ़ सकते हैं। राहु की एक दृष्टि पड़ेगी चौथे भाव के ऊपर। मां की सेहत को लेकर चिंता रहेगी। खासतौर पर जिनकी मां को पहले से ही कोई दिक्कत है तो प्रॉब्लम बढ़ सकती है। अगर कोई गाड़ी या घर खरीदना चाहते हैं तो उसमें राहु दिक्कत पैदा कर सकते हैं। काम थोड़ा सा लटक सकता है।