धर्म-अध्यात्म

कुंडली में हो राहु-केतु दोष तो इस द‍िन करें इन चीजों का दान, होगा लाभ

Deepa Sahu
28 May 2021 12:29 PM GMT
कुंडली में हो राहु-केतु दोष तो इस द‍िन करें इन चीजों का दान, होगा लाभ
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राहु-केतु की हो द‍िक्‍कत तो ऐसे करें दान

अगर क‍िसी जातक की कुंडली में राहु-केतु का दोष हो तो ज्‍योत‍िष में बताये गए आसान उपायों से राहत पा सकते हैं। मान्‍यता है क‍ि अगर राहु-केतु से परेशान हों तो इसके ल‍िए कुछ व‍िशेष सामग्र‍ियों का द‍िन अनुसार दान करना चाह‍िए। तो आइए जानते हैं वे कौन सी सामग्रिया हैं ज‍िनके दान से राहु-केतु के अशुभ प्रभाव से राहत म‍िलती है। साथ ही वह द‍िन कौन से हैं, ज‍िस द‍िन दान क‍िया जाना चाह‍िए?

राहु दोष से राहत पाने के ल‍िए इनका दान

ज्‍योत‍िषशास्‍त्र के अनुसार, अगर कोई जातक राहु दोष से परेशान हो तो उसे दान करना चाह‍िए। मान्‍यता है क‍ि ऐसा करने से राहु के अशुभ प्रभाव से राहत म‍िलती है। लेक‍िन इसके ल‍िए जातकों को चाय की पत्‍ती, अगरबत्‍ती, काला-सफेद कंबल और स‍िक्‍का दान करना चाह‍िए। इसके अलावा ज‍ितना हो सके व‍िकलांगों की सहायता करनी चाह‍िए। चीट‍ियों को सप्‍त अनाज देने चाह‍िए। नेत्रहीनों और कुष्‍ठ रोग‍ियों की यथाशक्ति मदद करनी चाह‍िए।
ध्‍यान रखें क‍ि इस व‍िशेष द‍िन करें दान
अगर राहु के दोष से परेशान हैं तो इसके ल‍िए शन‍िवार के द‍िन दान करें। लेक‍िन ध्‍यान रखें क‍ि शन‍िवार को सूर्यास्‍त के बाद ही दान करें। जब भी दान करें तब 'ऊं रां राहवे नम:' मंत्र का मन ही मन जप करें। इसके अलावा न‍ियम‍ित रूप से शाम 7 बजे के बाद या फ‍िर जब भी आप सोने जा रहे हों तो राहु मंत्र 'ऊं रां राहवे नम:' मंत्र 11, 21,51 या फ‍िर 108 बार जप करें। कहते हैं क‍ि ऐसा करने से राहु के अशुभ प्रभाव से राहत म‍िलती है।
केतु के ल‍िए करें इन वस्‍तुओं का दान
अगर केतु की दशा चल रही हो तो जातकों को काले-सफेद वस्‍त्र का दान करना चाह‍िए। इसके अलावा आंवला, आंवले का अचार, अमचूर, नींबू और चाकू का दान करना चाह‍िए। कहते हैं क‍ि इन वस्‍तुओं के दान से जातकों को केतु के अशुभ प्रभावों से राहत म‍िलती है। इसके अलावा कुत्‍ते को रोटी ख‍िलानी चाह‍िए। या फ‍िर उसकी देखभाल भी कर सकते हैं। इससे भी केतु शांत हो जाते हैं।
केतु के ल‍िए इस द‍िन व‍िशेष करें दान

अगर केतु खराब चल रहा हो तो मंगलवार और बुधवार के द‍िन बताई गई वस्‍तुओं का दान करें। साथ ही दान करते समय केतु के बीज मंत्र 'ऊं स्रां स्रीं स्रौं सः केतवे नमः' मंत्र का जप जरूर करें। इसके अलावा न‍ियम‍ित रूप से शाम 7 बजे के बाद या फ‍िर सोते समय भी बीज मंत्र का जप जरूर करें। यह मंत्र जप अपनी इच्‍छानुसार 11, 21,51 या फ‍िर 108 बार कर सकते हैं। मान्‍यता है क‍ि ऐसा करने से केतु के दोष समाप्‍त होते हैं।
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