- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- घर में जगह के अनुसार...
धर्म-अध्यात्म
घर में जगह के अनुसार लगाए चित्र, खुलेंगे सुख-समृद्धि के दरवाजे
Kiran
30 Jun 2023 3:12 PM GMT
x
पुराने समय में देखा जाता था कि घर को वास्तु के अनुसार बनाया जाता था। लेकिन आजकल जगह की कमी और बने-बनाए घर की वजह से व्यक्ति अपने मन-मुताबिक घर बनाने में असमर्थ दिखाई देता हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि अपने घर को वास्तु सांगत बनाया जाए ताकि घर में धन, सुख, समृद्धि और शांति बनी रहे। इसलिए आज हम आपके लिए घर की सजावट में काम आने वाले चित्र के बारे में बताने जा रहे हैं जो वास्तु के अनुसार जगह के अनुरूप होने चाहिए। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।
अध्ययन कक्ष
अध्ययन कक्ष में मां सरस्वती का चित्र लगाएं या फिर हंस, वीणा या महापुरुषों की तस्वीर लगाई जा सकती है। इस कक्ष में तोते का चित्र जरूर लगाएं। कुछ वास्तुकार जंपिंग फिश, डॉल्फिन या मछलियों के जोड़े को लगाने की सलाह भी देते हैं।
शौचालय
यदि गलती से आपका शौचालय ईशान कोण में बन गया है तो फिर यह बहुत ही धनहानि और अशांति का कारण बन जाता है। प्राथमिक उपचार के तौर पर उसके बाहर शिकार करते हुए शेर का चित्र लगा दें।
स्नानघर
स्नानघर में किसी भी तरह की तस्वीर नहीं लगाना चाहिए बल्की उचित दिशा में एक छोटासा दर्पण होना चाहिए। स्नानघर में मनी प्लांट लगाना अच्छा होता है। स्नानघर में वास्तुदोष दूर करने के लिए नीले रंग के मग और बाल्टी का उपयोग करना चाहिए।
बैठक रूम
बैठक रूम में राम दरबार का चित्र लगाएं या फिर ऐसे चित्र लेकर आएं जिसमें हंसता-मुस्कुराता संयुक्त परिवार हो। मतलब सपरिवार प्रसन्नचित्त मुद्रा वाला चित्र लगाएं।
शयनकक्ष
शयन कक्ष में राधा-कृष्ण का एक सुंदर-सा चित्र लगा सकते हैं। इस चित्र की आपको पूजा नहीं करना चाहिए या फिर आप हंसों के जोड़े का सुंदर-सा मन को भाने वाला चित्र लगा सकते हैं। इसके अलावा आप नाचता हुआ मोर भी लगा सकते हैं। यदि संतान की इच्छा है तो बालकृष्ण का चित्र लगाएं।
रसोईघर
रसोई घर में मां अन्नपूर्णा का चित्र शुभ माना गया है या फिर आप सुंदर फलों और सब्जियों के चित्र भी लगा सकते हैं। यदि आपका रसोईघर अग्निकोण में न होते हुए किसी ओर दिशा में बना है तो वहां पर यज्ञ करते हुए ऋषियों की चित्राकृति लगाएं। इससे वहां का वास्तु दोष मिट जाएगा और धन के मार्ग में रुकावट नहीं आएगी। साथ ही संकटों का यह प्राथमिक उपचार होगा।
दरवाजा
घर के दरवाजे के उपर अंदर और बाहर गणेशजी के चित्र लगाना चाहिए। द्वार के दाएं और बाएं शुभ और लाभ लिखें और द्वार पर वंदरवार लगाएं जिसमें बेल-बूटे, नक्काशी या सुंदर चित्र बने हों। दरवाजे की देहली भी अच्छी और मजबूत होना चाहिए जिसके आसपास स्वास्तिक बनाना चाहिए।
Next Story