धर्म-अध्यात्म

आज योगिनी एकादशी पर करें भगवान विष्णु को प्रसन्न और पाएं मनचाहा

HARRY
14 Jun 2023 6:59 PM GMT
आज योगिनी एकादशी पर करें भगवान विष्णु को प्रसन्न और पाएं मनचाहा
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क | सनातन धर्म में एकादशी तिथि का बहुत महत्व होता है। हिंदू पंचांग के मुताबिक वर्ष के हर माह में दो बार एकादशी का व्रत मनाया जाता है। निर्जला एकादशी और देवशयनी एकादशी के बीच पड़ने वाली एकादशी को योगिनी एकादशी कहा जाता है। एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन एकादशी का व्रत रखना, भगवान विष्णु की कथा सुनना और माता लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा-अर्चना करने से मन की सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। योगिनी एकादशी के दिन श्री हरि और माता लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करने से जीवन में आनी वाली सारी बाधाएं दूर होती हैं। आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत 13 जून सुबह 9.28 बजे आरंभ हो रही है, यह तिथि 14 जून बुधवार सुबह 8.48 पर संपन्न होगी।विजय मुहूर्तः दोपहर 02:51 बजे से दोपहर 03:44 बजे तक

अमृत कालः 14 जून सुबह 06:26 बजे से सुबह 08:02 बजे तक

निशिता मुहूर्तः 14 जून देर रात 12:17 बजे से देर रात 01:00 बजे तकसनातन धर्म में माना जाता है कि एकादशी का उपवास रखने से सारे दुख-दर्द और सभी कष्ट कट जाते हैं। योगिनी एकादशी का व्रत इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मृत्यु के बाद इस व्रत के प्रभाव से जातकों को स्वर्ग लोक की प्राप्ति होती है। इस व्रत को रखने से 88 हजार ब्राह्मणों को भोजन कराने के समान फल मिलता है। योगिनी एकादशी के दिन गंगा स्नान और दान करने का विशेष महत्व है।

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