धर्म-अध्यात्म

दुर्गा आरती और भजन से माता रानी को नवरात्रि पर करें प्रसन्न, बरसेगी मां की कृपा

Teja
2 April 2022 6:46 AM GMT
दुर्गा आरती और भजन से माता रानी को नवरात्रि पर करें प्रसन्न, बरसेगी मां की कृपा
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क | नवरात्रि के पावन मौके पर दुर्गा मां की पूजा के साथ उनकी आरती और मां दुर्गा के भजनों को गाना भी जरूरी हैं. ऐसा करने से ने केवल माता प्रसन्न होती हैं बल्कि माहौल भी भक्तिमय हो जाता है. ऐसे में बता दें कि आज का हमारा लेख इसी विषय पर है. आज हम आपको अपने इस लेख इसी विषय पर है. आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि दुर्गा मां की आरती कौन सी है.

अम्बे तू है जगदम्बे काली आरती
अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुण गायें भारती,
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती ।
तेर भक्त जानो पर मैया भीड़ पड़ी है भारी,
दानव दल पर टूट पड़ो माँ कर के सिंह सवारी ।
सो सो सिंहों से है बलशाली,
है अष्‍ट भुजाओं वाली,
दुखिओं के दुखड़े हारती ।
अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुण गायें भारती,
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती ।
माँ बेटे की है इस जग में बड़ा ही निर्मल नाता,
पूत कपूत सुने है पर ना माता सुनी कुमाता ।
सबपे करुना बरसाने वाली,
अमृत बरसाने वाली,
दुखिओं के दुखड़े निवारती ।
अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुण गायें भारती,
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती ।
नहीं मांगते धन और दौलत ना चांदी ना सोना,
हम तो मांगे माँ तेरे मन में एक छोटा सा कोना ।
सब की बिगड़ी बनाने वाली,
लाज बचाने वाली,
सतिओं के सत को सवारती ।
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती ।
अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुण गायें भारती,
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती ।
चरण शरण में खड़े तुम्हारी, ले पूजा की थाली। वरद हस्त सर पर रख दो माँ संकट हरने वाली॥
मैया भर दो भक्ति रस प्याली, अष्ट भुजाओं वाली, भक्तों के कारज तू ही सारती।
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती, हम सब उतारे तेरी आरती॥
अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुण गायें भारती,
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती ।
Navratri Durga Aarti 2022: दुर्गा मां के भजन
मेरी मैया की चुनरी कमाल है भजन
मेरी मैया की चुनरी कमाल है,
मेरी मैया की चुनरी कमाल हैं,
रंग सोणा सोणा लाल लाल है,
मेरी मैया की चुनरी कमाल हैं,
रंग सोणा सोणा लाल लाल है।।
माँ की चुनरी के देख नज़ारे,
चम चम चमके जिसमे,
चाँद और सितारे,
रंग उड़ रहे है प्यारे प्यारे,
हीरे मोती से सजी बेमिसाल है,
रंग सोणा सोणा लाल लाल है,
मेरी मैया की चुनरी कमाल हैं,
रंग सोणा सोणा लाल लाल है।।
सारी दुनिया से है न्यारी,
इसमें फूलो की फुलवारी,
फूलो की फूलो की फुलवारी,
सारी दुनिया से है न्यारी,
इसमें फूलो की फुलवारी,
सृष्टि जिसमे समाई सारी,
करती भक्तो का जीवन निहाल है,
रंग सोणा सोणा लाल लाल है,
मेरी मैया की चुनरी कमाल हैं,
रंग सोणा सोणा लाल लाल है।।
पवन के जब जब झोके आए,
लहर लहर चुनरी लहराए,
झूम झूम के 'पन्ना' गाये,
बेधड़क चुनरी की ना मिसाल है
रंग सोणा सोणा लाल लाल है,
मेरी मैया की चुनरी कमाल हैं,
रंग सोणा सोणा लाल लाल है।।
मेरी मैया की चुनरी कमाल है,
मेरी मैया की चुनरी कमाल है,
रंग सोणा सोणा लाल लाल है,
मेरी मैया की चुनरी कमाल है,
रंग सोणा सोणा लाल लाल है।।
बिगड़ी मेरी बनादे ए शेरों वाली मैया भजन
बिगड़ी मेरी बनादे ए शेरों वाली मैया
अपना मुझे बनाले ए मेहरों वाली मैया।।
श्लोक
सदा पापी से पापी को भी तुम,
मां भव सिंधु तारी हो,
फसी मझधार में नैया को भी,
पल में उबारी हो,
न जाने कोन ऐसी भुल,
मुझसे हो गयी मैया,
तुम अपने इस बालक को मां,
मन से बिसारी हो।।
बिगड़ी मेरी बनादे ए शेरों वाली मैया
अपना मुझे बनाले ए मेहरों वाली मैया।।
दर्शन को मेरी अखियाँ कब से तरस रहीं हैं,
सावन के जैसे झर झर अखियाँ बरस रहीं हैं,
दर पे मुझे बुला ले, ए शेरों वाली मैया।।
आते हैं तेरे दर पे, दुनिया के नर और नारी,
सुनती हो सब की विनती,मेरी मैया शेरों वाली,
मुझ को दरश दिखा दे, ए मेहरों वाली मैया।।
'शर्मा' पे मेरी मैया द्रष्टि दया की कर माँ,
चरणों की धूल देकर 'लख्खा' की झोली भर माँ,
मरते को अब जीलादे ए शेरों वाली मैया।।
बिगड़ी मेरी बनादे ए शेरों वाली मैया
अपना मुझे बनाले ए मेहरों वाली मैया।।


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