धर्म-अध्यात्म

इन योग के लोगों को मिलती है सफलता, ये स्थिति हो जाती है अशुभ

Tulsi Rao
26 May 2022 12:19 PM GMT
इन योग के लोगों को मिलती है सफलता, ये स्थिति हो जाती है अशुभ
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Money Yog In Kundali: ज्योतिष अनुसार किसी भी जातक की कुंडली को देखने के बाद ये जाना जा सकता है कि व्यक्ति की आर्थिक स्थिति कैसी रहेगी. कुंडली में कुल 12 भाव होते हैं और इन 12 भावों में अलग-अलग ग्रह और योग बनते हैं. कुंडली में यही ग्रह और योग बताते हैं कि व्यक्ति के वर्तमान और भविष्य में कैसा रहेगा. व्यक्ति के जीवन में आने वाले सुख और दुखों के बारे में भी इन्हीं योगों से जाना जा सकता है.

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति की कुंडली में दूसरा भाव धन का कारक माना जाता है. व्यक्ति के पास कितनी संपत्ति होगी, भौतिक सुख-सुविधाएं होंगी, आर्थिक स्थिति कैसी रहेगी आदि को कुंडली का दूसरा भाव देखकर ही बताया जा सकता है. आइए जानते हैं कुंडली में कौन से योग व्यक्ति के पास धन होने की स्थिति के बारे में बताते हैं.

इन योग के लोगों को मिलती है सफलता

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति की कुंडली में द्वितीय भाव में शुभ ग्रहों का होना या फिर शुभ ग्रहों की दृष्टि होना शुभ फलदायी माना जाता है. इस स्थिति में व्यक्ति को जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं रहती. साथ ही हर कार्य में सफलता मिलती है.

ये स्थिति हो जाती है अशुभ

कुंडली के द्वितीय भाव में बुध ग्रह विराजमान हो लेकिन चंद्रमा की शुभ दृष्टि न हो तो इस स्थिति को अशुभ माना जाता है. ऐसा व्यक्ति पूरी मेहनत करता है लेकिन उसे सफलता हासिल नहीं होती.साथ ही, धन कमाने में भी कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.

मेहनत से पाते हैं सफलता

कुंडली के दूसरे भाव में चंद्रमा का होना शुभ माना जाता है. ऐसा व्यक्ति मेहनते के बाद हर कार्य में सफलता पाता है. साथ ही, भौतिक सुख-सुविधाएं भी मिलती है. वहीं, ऐसा भी माना जाता है कि कड़ी मेहनत से व्यक्ति कीर्ति विदेशों तक फैलती है.

इनके पास रहती है पैसों की कमी

कुंडली के दूसरे भाव में पापी ग्रह विराजमान होने पर व्यक्ति को बहुत नुकसान उठाना पड़ता है. ऐसा व्यक्ति मेहनत करके भी ज्यादा फल नहीं पा सकता.

भाग्य का साथ नहीं मिलता

अगर किसी जातक की कुंडली में दूसरे भाव में चंद्रमा मौजूद है और उस पर नीच के बुध दृष्टि पड़ती है, तो ऐसे व्यक्ति को भाग्य का साथ नहीं मिल पाता. इस तरह के जातक किसी भी काम में खूब मेहनत करते हैं लेकिन सफलता हाथ नहीं लगती. कई बार परिवार का धन भी इनके कारण खत्म हो जाता है.

ये स्थिति होती है अशुभ

कुंडली में चंद्रमा के अकेले विराजमान होने पर दूसरे स्थान पर कोई दूसरा ग्रह न होने पर अशुभ स्थिति का सामना करना पड़ता है. ऐसे जातकों के हाथ में ज्यादा पैसा नहीं रहता. और जो कमाता है वे भी खर्च हो जाता है. ऐसे व्यक्ति को कर्ज की समस्या से गुजरना पड़ता है.

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