धर्म-अध्यात्म

जीवन में पांच राशियों के लोग बहुत कम होते हैं सतुष्ट, ज्यादा की चाह में रहते हैं दुखी

Deepa Sahu
25 April 2021 11:38 AM GMT
जीवन में पांच राशियों के लोग बहुत कम होते हैं सतुष्ट, ज्यादा की चाह में रहते हैं दुखी
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शास्त्रों में बताया गया है कि संतोषी व्यक्ति हमेशा सुखी रहता है और उसके पास यह सबसे बड़ा शस्त्र होता है,

जनता से रिश्ता वेबडेस्क: शास्त्रों में बताया गया है कि संतोषी व्यक्ति हमेशा सुखी रहता है और उसके पास यह सबसे बड़ा शस्त्र होता है, जिससे वह दुनिया को जीत सकता है। लेकिन कुछ लोग ऐसे होते हैं, जिनके पास सबकुछ होते हुए भी खुश नहीं रहते और कभी चीजों को लेकर संतुष्ट महसूस नहीं करते। जो इनके पास होता है, वह उन चीजों की कभी कदर नहीं करते और दूसरी चीजों से अधिक से अधिक उम्मीद करते हैं। जब वह इनके पास आ जाती है, तब फिर वह और दूसरी चीजों को देखने लग जाते हैं। ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि ऐसी 5 राशियों होती हैं, जो अपने जीवन में कभी संतुष्ट नहीं रहते और ज्यादा की चाह में हमेशा दुख रहते हैं और भागदौड़ से अपने शरीर को भी कष्ट देते हैं। आइए जानते हैं उन राशियों के बारे में…

मेष राशि
मेष राशि के स्वामी ग्रह मंगल है और यह जीवन में पराक्रम और उत्साह का कारक होता है। इस राशि के व्यक्ति बहुत खुद्दार प्रवृति के होते हैं और जैसे को तैसा वाले स्वभाव पर यकीन रखते हैं। यह अपने जीवन में कुछ न कुछ चाहने की वजह से हमेशा भागदौड़ में रहना पसंद करते हैं। इनको चुनौतियों से लड़ना और जोखिम उठाना बहुत पसंद है फिस भी नए अनुभव की तलाश में निकल पड़ते हैं। इनके अंदर चीजों के देखने का नजरिया अलग होता है। इस वजह से यह अपने आसपास की चीजों से बहुत कम खुश और सतुष्ट हो पाते हैं क्योंकि ज्यादा की चाह में हमेशा कार्य करते रहते हैं और इस वजह से कई बार अपने परिवार की तरफ भी ध्यान नहीं दे पाते।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के स्वामी ग्रह बुध हैं और इनको निर्णय लेने में सामान्य से ज्यादा जीवन लगता है। इनके जीवन के दो पहलू होते हैं। पहला ये काफी मिलनसार और सामाजिक होते हैं और हमेशा मौज-मस्ती के लिए तैयार रहते हैं और दूसरा ये हमेशा बैचेन, गंभीर और चिंताओं से भरे हुए रहते हैं। यह जल्दी हर चीज से ऊब जाते हैं और नई चीज की तलाश में लग जाते हैं। आसपास की चीजों से ये कभी खुश नहीं रहते, हमेशा दूसरों की चीज को किस तरह प्राप्त किया जाए, इसकी उधेड़बुन में लगे रहते हैं, जिससे यह कभी संतुष्ट नहीं रह पाते।
कन्या राशि
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कन्या राशि के स्वामी ग्रह भी बुध हैं और यह काफी रहस्यमय प्रवृत्ति के होते हैं। यह अपने मन की बातों को मन में ही रखना पसंद करते हैं इसलिए कोई नहीं जान पाता है कि आखिर इनके मन में क्या चल रहा है। लोगों से मिलने-जुलने में यह आलस्य करते हैं। यह काफी आलोचक और चीजों को लेकर विश्लेषक होते हैं। इसी स्वभाव के कारण यह हर चीज से असंतुष्ट रहते हैं। काम के सही तरीके से हो, इसके लिए यह हर चीज खुद करते हैं लेकिन कभी-कभार ये अपने काम से भी खुश नहीं रहते। इस वजह से कन्या राशि के व्यक्ति को संतुष्ट करना असंभव हो जाता है।
मकर राशि
मकर राशि के स्वामी ग्रह शनिदेव हैं। इस राशि के व्यक्ति कभी किसी काम को लेकर संतुष्ट नहीं होते क्योंकि इनके मानक बहुत ज्यादा ऊंचे होते हैं। यह अपनी प्रगति के लिए कड़ी मेहनत करते हैं और जिस चीज को प्राप्त करना चाहते हैं, उसे पाकर ही दम लेते हैं लेकिन हर चीज में कुछ न कुछ कमी निकालने की आदत से हर कोई परेशान रहता है। किसी भी चीज को देखकर खुश होने के बजाय अक्सर इस बात को लेकर अपना सिर लेकर बैठ जाते हैं कि इसमें क्या गलत है और यह चीज इससे बेहतर हो सकती थी।
मीन राशि
मीन राशि के स्वामी ग्रह बृहस्पति देव हैं। इस राशि के व्यक्ति क्षणिक रूप से उत्तेजित हो जाते हैं और हर चीज को लेकर बैचेन रहते हैं। यह लोगों के साथ खड़े होकर चीजों का आनंद लेने के बजाय कुछ न कुछ काम में लगे रहते हैं, जिससे यह चीजों का आनंद नहीं ले पाते। जिस चीज के लिए काम करते हैं, उसका आनंद खुद ही नहीं ले पाते। ज्यादा की चाह में यह अपने आसपास की चीजों का कोई मूल्य नहीं मानते, जिससे यह कभी संतुष्ट नहीं रह पाते और भागदौड़ में लगे रहते हैं व चीजों को सही करने के चक्कर में किसी भी चीज का आनंद नहीं ले पाते।


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