- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- अलग-अलग राशि के लोग...
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | मां दुर्गा की आराधना करने वालों के लिए दुर्गा सप्तशती का पाठ करना अनिवार्य माना जाता है. हालांकि, समय की कमी के चलते सप्तशती के पूरे पाठ को सभी लोग नहीं कर पाते. ऐसे में यदि आप अपनी राशि अनुसार दुर्गा सप्तशती का पाठ करें तो निश्चय ही आपकी भौतिक, दैहिक और आध्यात्मिक इच्छाएं पूरी होंगी. आज हम आपको बताएंगे कि आप अपनी राशि के अनुसार मां दुर्गा की पूजा-अर्चना कैसे करें, जिससे आपको जीवन में सुख-समृद्धि मिलेगी और दुखों का नाश होगा.
मेष राशि
मेष राशि के लोग मंगल प्रधान होते हैं. इनमें क्रोध की अधिकता रहती है. इन्हें दुर्गा सप्तशती के पहले अध्याय का पाठ करना चाहिए.
वृष राशि
शुक्र ग्रह की प्रधानता होने की वजह से वृष राशि के लोग अत्यंत भावुक होते हैं. इन्हें कोई भी इमोशनल कर कुछ भी करवा सकता है. वृष राशि वालों को दुर्गा सप्तशती के दूसरे अध्याय का पाठ करना चाहिए.
मिथुन राशि
मिथुन राशि के लोग बुध ग्रह के असर में रहते हैं. बुध के प्रभाव से ही इनकी वाणी से दूसरे लोग जल्दी प्रभावित हो जाते हैं. इन्हें दुर्गा सप्तशती के सातवें अध्याय का पाठ करना चाहिए.
कर्क राशि
कर्क राशि के लोग चन्द्रमा प्रधान होते हैं. इसी कारण वह मानसिक रूप से उद्वेलित रहते हैं. इन्हें दुर्गा सप्तशती के पांचवे अध्याय का विधिवत पाठ करना चाहिए, जिससे भाग्य के बंद द्वार भी खुल जाते हैं.
सिंह राशि
सिंह राशि के लोग सूर्य प्रधान होने के कारण अन्य लोगों पर अपना प्रभाव छोड़ने में सफल होते हैं. इसके बावजूद कई बार न चाहते हुए भी सिंह राशि के लोग अनिश्चितता का शिकार हो जाते हैं. आपके लिए दुर्गा सप्तशती के तीसरे अध्याय का पाठ करना चाहिए.
कन्या राशि
बुध प्रधान होने से कन्या राशि के लोग अत्यधिक बुद्धिमान हैं परंतु सही समय पर सही निर्णय नहीं ले पाने की क्षमता आपके भाग्य को दबा देती है. इसके लिए आपको दुर्गा सप्तशती के दसवें अध्याय का विधिवत पाठ करना चाहिए.
तुला राशि
शुक्र प्रधान होने से तुला राशि के लोगों में काम-भावना की प्रबलता रहती है. इसे कम करने और शुक्र ग्रह के अनुकूल प्रभावों को प्राप्त करने के लिए तुला राशि वालों को दुर्गा सप्तशती के छठे अध्याय का पाठ करना चाहिए.
वृश्चिक राशि
मंगल प्रधान होने की वजह से वृश्चिक राशि के लोगों का स्वभाव रूखा-सूखा व क्रोधी होता है. दुर्गा सप्तशती के आठवें अध्याय का पाठ आपके स्वभाव को अनुकूल बनाकर बंद भाग्य के दरवाजे खोलता है.
धनु राशि
धनु राशि के लोग गुरु ग्रह से प्रभावित होते हैं. इन्हें दुर्गा सप्तशती के ग्यारहवें अध्याय का पाठ करना चाहिए. इससे समस्त कष्टों से मुक्ति मिलती है.
मकर राशि
शनि प्रधान होने से मकर राशि वाले न्याय के लिए लड़ने को हमेशा तैयार रहते हैं. ऐसे में इनके विरोधियों की संख्या दिनों-दिन बढ़ती रहती है. मकर राशि के लोगों को दुर्गा सप्तशती के आठवें अध्याय का विधिवत पाठ करना चाहिए, जिससे मनवांछित फल की प्राप्ति होती है.
कुंभ राशि
शनि से प्रभावित होने के कारण कुंभ राशि के लोगों का भाग्य हमेशा अधर-झूल में झूलता रहता है. दुर्गा सप्तशती के चौथे अध्याय का पाठ करने से इन्हें जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है.
मीन राशि
गुरु प्रधान होने के कारण मीन राशि के लोग यूं तो हर समस्या से पार पा ही लेते हैं फिर भी भौतिक सुख-समृद्धी से दूर रहते हैं. दुर्गा सप्तशती के नौवें अध्याय का पाठ करने से उनकी भौतिक और आध्यात्मिक इच्छाएं पूरी होती हैं.