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धर्म-अध्यात्म
Paush Shivratri 2024: मासिक शिवरात्रि पर ऐसे करें जलाभिषेक, भोलेनाथ बरसाएंगे कृपा
Renuka Sahu
22 Dec 2024 6:01 AM GMT
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Paush Shivratri 2024: पंचांग के अनुसार, पौष मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 29 दिसंबर दिन रविवार को तड़के सुबह 3 बजकर 32 मिनट शुरू होगी और 30 दिसंबर दिन सोमवार को सुबह 4 बजकर 01 मिनट पर समाप्त होगी. उदयातिथि के अनुसार, इस साल की आखिरी मासिक शिवरात्रि 29 दिसंबर को मनाई जाएगी. पौष शिवरात्रि के दिन शिव पूजा के लिए सबसे शुभ समय निशिता काल में होता है. यह काल 29 दिसंबर की रात 11 बजकर 56 मिनट से लेकर देर रात 12 बजकर 51 मिनट तक रहेगा|
मासिक शिवरात्रि के मौके पर ब्रह्म मुहूर्त 29 दिसंबर को सुबह 5 बजकर 24 मिनट से 6 बजकर 18 मिनट तक रहेगा, जबकि अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 03 मिनट से 12 बजकर 44 मिनट तक रहेगा. इस समय में भी शिव पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है|
भद्रा काल का प्रभाव
पौष मासिक शिवरात्रि के दिन भद्रा काल सुबह 7 बजकर 13 मिनट से दोपहर 3 बजकर 51 मिनट तक रहने वाला है. हालांकि, इस भद्रा का वास स्वर्ग में होगा, इसलिए इसका कोई अशुभ प्रभाव पृथ्वी लोक पर नहीं पड़ेगा. यानि इस समय भी भगवान शिव की पूजा की जा सकती है|
मासिक शिवरात्रि जलाभिषेक
मासिक शिवरात्रि के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और व्रत का संकल्प लें.
सबसे पहले एक स्वच्छ स्थान पर शिवलिंग की स्थापना करें|
शिवलिंग को गंगाजल से धोकर पवित्र करें.
गंगाजल, दूध, दही, शहद, घी आदि से शिवलिंग का अभिषेक करें.
जलाभिषेक के लिए गंगाजल, दूध, दही, शहद, घी, बेलपत्र, धतूरा, भांग आदि का उपयोग करें.
शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाएं और धूप-दीप जलाएं.
‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करें और अंत में भगवान शिव की आरती करें.
भगवान शिव को भोग लगाएं और प्रसाद ग्रहण करें.
इस दिन शिव पुराण का पाठ करना भी लाभदायक होता है.
मासिक शिवरात्रि व्रत का महत्व-
मासिक शिवरात्रि का व्रत रखने से मन को शांत किया जा सकता है और भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है. इस दिन व्रती को ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करना चाहिए और फिर भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए. दिन भर फलाहार या निर्जला व्रत रखा जा सकता है. भगवान शिव की पूजा करने से मन शांत होता है और यह रोगों से मुक्ति दिलाता है. भगवान शिव की कृपा से आर्थिक समृद्धि प्राप्त होती है और मोक्ष का मार्ग प्रशस्त होता है. मासिक शिवरात्रि का पर्व भगवान शिव को समर्पित एक पावन पर्व है. इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है|
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