धर्म-अध्यात्म

21 अक्टूबर 2020 का पंचांग, आज है स्कंदमाता की पूजा, जानिए इसकी शुभ मुहूर्त

Triveni
21 Oct 2020 8:09 AM GMT
21 अक्टूबर 2020 का पंचांग, आज है स्कंदमाता की पूजा, जानिए इसकी शुभ मुहूर्त
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हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, आज शुद्ध आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है। आज 21 अक्टूबर दिन बुधवार है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, आज शुद्ध आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है। आज 21 अक्टूबर दिन बुधवार है। आज शारदीय नवरात्रि का पांचवा दिन है। आज के दिन मां दुर्गा के मां स्कंदमाता स्वरुप की आराधना ​विधिपूर्वक की जाती है। इस माता की पूजा करने से संतान की प्राप्ति का योग बनता है। इनकी गोद भी भगवान कार्तिकेय विराजमान दिखते हैं। उनका एक नाम स्कंद भी है, इसलिए इनका नाम स्कंदमाता पड़ा है। आज बुधवार का दिन है, तो आपको गणेश जी की पूजा करनी चाहिए और बुध ग्र​ह के दोषों से बचने के उपाय कर सकते हैं। आज के पंचांग में राहुकाल, शुभ मुहूर्त, दिशाशूल के अलावा सूर्योदय, चंद्रोदय, सूर्यास्त, चंद्रास्त आदि के बारे में भी जानकारी दी जा रही है।

आज का पंचांग

दिन: बुधवार, शुद्ध आश्विन मास, शुक्ल पक्ष, पंचमी तिथि।

आज का दिशाशूल: उत्तर।

आज का राहुकाल: दोपहर 12:00 बजे से 01:30 बजे तक।

आज का पर्व एवं त्योहार: मूल नक्षत्र में सरस्वती देवी का आवाहन, शारदीय नवरात्रि की पंचमी तिथि।

विक्रम संवत 2077 शके 1942 दक्षिणायन, दक्षिणगोल, शरद ऋतु शुद्ध आश्विन मास शुक्ल पक्ष की पंचमी 09 घंटे 08 मिनट तक, तत्पश्चात् षष्ठी मूल नक्षत्र 25 घंटे 13 मिनट तक, तत्पश्चात् पूर्वाआषाढ़ा नक्षत्र शोभन योग 06 घंटे 49 मिनट तक, तत्पश्चात् अतिगण्ड योग धनु में चंद्रमा।

आज का शुभ समय

अभिजित मुहूर्त: आज ऐसा कोई भी मुहूर्त नहीं है।

अमृत काल: शाम को 07 बजकर 05 मिनट से रात 08 बजकर 37 मिनट तक।

रवि योग: सुबह 06 बजकर 26 मिनट से देर रात 01 बजकर 13 मिनट तक।

विजय मुहूर्त: दोपहर 01 बजकर 59 मिनट से दोपहर 02 बजकर 44 मिनट तक।

सूर्योदय और सूर्यास्त

आज के दिन सूर्योदय प्रात:काल 06 बजकर 26 मिनट पर हुआ है। वहीं, सूर्यास्त शाम को 05 बजकर 45 मिनट पर होना है।

चंद्रोदय और चंद्रास्त

आज का चंद्रोदय दिन में 11 बजकर 15 मिनट पर होगा। वहीं, चंद्र का अस्त उसी रात 09 बजकर 45 मिनट पर होगा।

आज शुद्ध आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी है। आज बुधवार के दिन गणेश जी को दूर्वा अर्पित करें। वहीं, बुध दोष से मुक्ति के लिए गाय को हरा चारा खिलाएं या हरी मूंग की दाल छूकर दान कर सकते हैं। आप कोई नया कार्य करना चाहते हैं तो शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें।




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