- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- व्यक्ति को कभी धैर्य...
धर्म-अध्यात्म
व्यक्ति को कभी धैर्य नहीं खोना चाहिए, जरा सी लापरवाही व चूक, किए गए परिश्रम को कर सकती है नष्ट
Nilmani Pal
4 Jun 2021 9:41 AM GMT
x
यहीं पर व्यक्ति को सजग और जागरूक रहने की अधिक आवश्यकता होती है. प्रतिद्वंदी और परिस्थितियों से निपटने की क्षमता भी होनी चाहिए
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। चाणक्य की चाणक्य नीति कहती है कि व्यक्ति जब लक्ष्य को निर्धारण कर लेता है तो उसे कुछ बातों को अनदेखा करने की आदत डालनी चाहिए. जो बातें लक्ष्य को प्रभावित करें, उनसे दूर ही रहना उचित है. विद्वानों की मानें तो जब लक्ष्य के समीप होता है तो कभी कभी बाधाओं का भी सामना करना पड़ता है, यहीं पर व्यक्ति को सजग और जागरूक रहने की अधिक आवश्यकता होती है. प्रतिद्वंदी और परिस्थितियों से निपटने की क्षमता भी होनी चाहिए. जब इनकी कमी होती है तो व्यक्ति को लक्ष्य को प्राप्त करने में मुश्किल आती है. इस स्थिति में व्यक्ति को कभी धैर्य नहीं खोना चाहिए. क्योंकि जरा सी लापरवाही और चूक, लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए किए गए परिश्रम को नष्ट कर सकती है.
भगवान श्रीकृष्ण गीता में कहते हैं व्यक्ति जब किसी लक्ष्य को एक बार तय कर लेता है तो उसमें आने वाली बाधाओं को चुनौती की तरह स्वीकार करना चाहिए. लक्ष्य से भटकाने वाले तत्वों को अनदेखा करना चाहिए. विद्वानों का मानना है कि जब व्यक्ति को अधिक परेशानियां और बाधाएं महसूस होने लगें तो समझ लेना चाहिए कि अब लक्ष्य उससे अधिक दूर नहीं है. इस स्थिति में संपूर्ण क्षमता और प्रतिभा का प्रयोग कर, लक्ष्य की तरफ अग्रसर रहना चाहिए.
रणनीति बनाकर कार्य करने से सफलता मिलती है
विद्वानों की मानें तो किसी भी कार्य को करने से पहले उसकी रणनीति यानि योजना बनाना बहुत ही आवश्यक होता है. जो लोग बिना रणनीति के कार्य करते हैं, उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
सजग और सावधान रहना चाहिए
किसी भी लक्ष्य को पाने के लिए सजगता और सावधानी बहुत ही जरूरी तत्व है. कभी कभी प्रतिद्वंदी बाधा पहुचाने के लिए षडयंत्र भी रचते हैं, इसलिए हर चीज का आंकलन और उसका परीक्षण करना अत्यंत आवश्यक होता है. इसलिए हर समय सजग रहना चाहिए.
भ्रम की स्थिति से दूर रहें
लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कठोर परिश्रम करना चाहिए. भ्रम की स्थिति से बचना चाहिए. यदि कोई भ्रम पैदा करने की कोशिश भी करे तो इससे बचते हुए लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए तत्पर रहना चाहिए.
Next Story