- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- योगिनी एकादशी पर इन...
x
हर माह में दो एकादशी व्रत होते हैं, एक माह के कृष्ण पक्ष में और दूसरा शुक्ल पक्ष में. इस तरह कुल 24 एकादशियां होती हैं
हर माह में दो एकादशी व्रत होते हैं, एक माह के कृष्ण पक्ष में और दूसरा शुक्ल पक्ष में. इस तरह कुल 24 एकादशियां होती हैं. सभी एकादशी का अपना अलग महत्व है. एकादशी व्रत भगवान विष्णु को समर्पित होता है. शास्त्रों में एकादशी के दिन को बहुत पुण्यदायी माना गया है. भगवान श्रीकृष्ण ने एकादशी के व्रत को लोगों को मोक्ष प्रदान करने वाला व्रत बताया है.
5 जुलाई को योगिनी एकादशी है. योगिनी एकादशी व्रत आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाता है. भगवान श्रीकृष्ण ने इस एकादशी के विषय में कहा है कि योगिनी एकादशी का व्रत 88 हजार ब्राह्मणों को भोजन कराने के बराबर फल देने वाला है. मान्यता है इस व्रत को रखने से कोढ़ जैसी बीमारी से भी मुक्ति मिल जाती है. साथ ही व्रती को संसार के सभी सुख प्राप्त होते हैं और अंत में वो श्रीहरि के चरणों में वास करता है. यदि आप व्रत नहीं कर सकते तो इस शुभ दिन कुछ विशेष उपाय करके तमाम समस्याओं से मुक्ति पा सकते हैं.
ग्रहों को शांत करने के लिए
यदि आपके जीवन में उथल-पुथल मची रहती है तो ऐसा कुंडली में ग्रह स्थिति के खराब होने के कारण होता है. ग्रहों के अशुभ प्रभावों को कम करने के लिए एकादशी के दिन विष्णु सहस्त्र नाम का पाठ कीजिए.
धन धान्य के लिए
पूजा के दौरान भगवान के चरणों में 11,21, 51 आदि सामर्थ्य के अनुसार दक्षिणा रखें. विधि विधान के साथ पूजन करें और भगवान से अपनी धन की समस्या दूर करने की प्रार्थना करें. अगले दिन स्नान के बाद उन रुपयों के साथ चावल के कुछ दाने लेकर अपनी तिजोरी या उस स्थान पर रखें, जहां आप पैसे रखते हैं. घर में पैसे की कमी दूर हो जाएगी.
पापों से मुक्ति के लिए
एकादशी का पुण्य प्राप्त करने के लिए एक ढक्कन आंवले के रस को नहाते समय पानी में मिलाइए और शरीर पर तिल का लेप करें. इसके बाद दक्षिणावर्ती शंख में केसर मिला दूध डालकर या गंगाजल डालकर भगवान विष्णु का अभिषेक करें. ऐसा करने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है और तमाम पाप कट जाते हैं.
घर में शुभता लाने के लिए
योगनी एकादशी के दिन बांसुरी को अच्छी तरह सजाएं और श्रीकृष्ण मंदिर में जाकर भेंट करें. इसके अलावा भगवान को पीली सरसों चढ़ाएं. इसके बाद सरसों के कुछ दाने घर लाकर एक पीले रंग के कपड़े में बांधें और अपनी तिजोरी में रखें. इससे घर में शुभता आती है और धन की कोई कमी नहीं होती.
पितरों की शांति के लिए
पितरों की शांति के लिए एकादशी के दिन भगवान कृष्ण या नारायण की तस्वीर के समक्ष बैठकर गीता का पाठ करें. इससे भगवान प्रसन्न होते हैं और पितरों को शांति मिलती है.
कर्ज से मुक्ति के लिए
एकादशी के दिन एक लोटे में जल लेकर उसमें बताशा या चीनी डालें. इस जल को पीपल के पेड़ पर चढ़ाएं. साथ ही पेड़ के नीचे दीपक भी जलाएं. इससे कर्ज से जल्द ही छुटकारा मिलता है और शत्रुओं का नाश होता है.
(यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Next Story