धर्म-अध्यात्म

Ashadha Gupt Navratri की नवमी पर ऐसे करें मां कमला को प्रसन्न

Tara Tandi
15 July 2024 10:49 AM GMT
Ashadha Gupt Navratri की नवमी पर ऐसे करें मां कमला को प्रसन्न
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Ashadha Gupt Navratri ज्योतिष न्यूज़ : हिंदू धर्म में नवरात्रि को बेहद ही खास माना गया है अभी आषाढ़ का महीना चल रहा है और इस माह पड़ने वाली नवरात्रि को गुप्त नवरात्रि के नाम से जाना जाता है आज गुप्त नवरात्रि की नवमी है जो कि मां कमला को समर्पित है इस दिन भक्त देवी मां की विधिवत पूजा अर्चना करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं
मान्यता है कि ऐसा करने से देवी की कृपा बरसती है लेकिन इसी के साथ ही अगर आज के दिन माता की दसा महाविद्याओं में से अंतिम देवी मां कमला की विधिवत पूजा के साथ ही उनके 108 नामों का भक्ति भाव से जाप किया जाए तो देवी प्रसन्न होकर अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूरी कर देती है।
मां कमला के 108 नाम
ॐ महामायायै नमः
ॐ महालक्ष्यै नमः
ॐ महावाण्यै नमः
ॐ महेश्वर्यै नमः
ॐ महादेव्यै नमः
ॐ महारात्र्यै नमः
ॐ महिषासुरमर्दिन्यै नमः
ॐ कालरात्र्यै नमः
ॐ कुह्वै नमः
ॐ पूर्णायै नमः
ॐ आनन्दायै नमः
ॐ आद्यायै नमः
ॐ भद्रिकायै नमः
ॐ निशायै नमः
ॐ जयायै नमः
ॐ रिक्तायै नमः
ॐ महाशक्त्यै नमः
ॐ देवमात्रे नमः
ॐ कृशोदर्यै नमः
ॐ शच्यै नमः
ॐ इन्द्राण्यै नमः
ॐ शक्रनुतायै नमः
ॐ शङ्करप्रियवल्लभायै नमः
ॐ महावराहजनन्यै नमः
ॐ मदनोन्मथिन्यै नमः
ॐ मह्यै नमः
ॐ वैकुण्ठनाथरमण्यै नमः
ॐ विष्णुवक्षःस्थलस्थितायै नमः
ॐ विश्वेश्वर्यै नमः
ॐ विश्वमात्रे नमः
ॐ वरदायै नमः
ॐ अभयदायै नमः
ॐ शिवायै नमः
ॐ शूलिन्यै नमः
ॐ चक्रिण्यै नमः
ॐ मायै नमः
ॐ पाशिन्यै नमः
ॐ शङ्खधारिण्यै नमः
ॐ गदिन्यै नमः
ॐ मुण्डमालायै नमः
ॐ कमलायै नमः
ॐ करूणालयायै नमः
ॐ पद्माक्षधारिण्यै नमः
ॐ अम्बायै नमः
ॐ महाविष्णुप्रियङ्कर्यै नमः
ॐ गोलोकनाथरमण्यै नमः
ॐ गोलोकेश्वरपूजितायै नमः
ॐ गयायै नमः
ॐ गङ्गायै नमः
ॐ यमुनायै नमः
ॐ गोमत्यै नमः
ॐ गरूडासनायै नमः
ॐ गण्डक्यै नमः
ॐ सरय्वै नमः
ॐ ताप्यै नमः
ॐ रेवायै नमः
ॐ पयस्विन्यै नमः
ॐ नर्मदायै नमः
ॐ कावेर्यै नमः
ॐ केदारस्थलवासिन्यै नमः
ॐ किशोर्यै नमः
ॐ केशवनुतायै नमः
ॐ महेन्द्रपरिवन्दितायै नमः
ॐ ब्रह्मादिदेवनिर्माणकारिण्यै नमः
ॐ वेदपूजितायै नमः
ॐ कोटिब्रह्माण्डमध्यस्थायै नमः
ॐ कोटिब्रह्माण्डकारिण्यै नमः
ॐ श्रुतिरूपायै नमः
ॐ श्रुतिकर्यै नमः
ॐ श्रुतिस्मृतिपरायणायै नमः
ॐ इन्दिरायै नमः
ॐ सिन्धुतनयायै नमः
ॐ मातङ्ग्यै नमः
ॐ लोकमातृकायै नमः
ॐ त्रिलोकजनन्यै नमः
ॐ तन्त्रायै नमः
ॐ तन्त्रमन्त्रस्वरूपिण्यै नमः
ॐ तरुण्यै नमः
ॐ तमोहन्त्र्यै नमः
ॐ मङ्गलायै नमः
ॐ मङ्गलायनायै नमः
ॐ मधुकैटभमथन्यै नमः
ॐ शुम्भासुरविनाशिन्यै नमः
ॐ निशुम्भादिहरायै नमः
ॐ मात्रे नमः
ॐ हरिशङ्करपूजितायै नमः
ॐ सर्वदेवमय्यै नमः
ॐ सर्वायै नमः
ॐ शरणागतपालिन्यै नमः
ॐ शरण्यायै नमः
ॐ शम्भुवनितायै नमः
ॐ सिन्धुतीरनिवासिन्यै नमः
ॐ गन्धर्वगानरसिकायै नमः
ॐ गीतायै नमः
ॐ गोविन्दवल्लभायै नमः
ॐ त्रैलोक्यपालिन्यै नमः
ॐ तत्त्वरूपायै नमः
ॐ तारुण्यपूरितायै नमः
ॐ चन्द्रावल्यै नमः
ॐ चन्द्रमुख्यै नमः
ॐ चन्द्रिकायै नमः
ॐ चन्द्रपूजितायै नमः
ॐ चन्द्रायै नमः
ॐ शशाङ्कभगिन्यै नमः
ॐ गीतवाद्यपरायणायै नमः
ॐ सृष्टिरूपायै नमः
ॐ सृष्टिकर्यै नमः
ॐ सृष्टिसंहारकारिण्यै नमः
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