धर्म-अध्यात्म

धनतेरस के दिन सोना- चांदी के साथ- साथ खरीदें ये चीज... माना जाता है शुभ

Ritisha Jaiswal
9 Nov 2020 8:33 AM GMT
धनतेरस के दिन सोना- चांदी के साथ- साथ खरीदें ये चीज... माना जाता है शुभ
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दीवाली का त्योहार शुरू होने ही वाला है औऱ बृहस्पतिवार को धनतेरस का योग बन रहा है। धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | दीवाली का त्योहार शुरू होने ही वाला है औऱ बृहस्पतिवार को धनतेरस का योग बन रहा है। धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है और धातु की वस्तुएं खरीदने की परंपरा है। धनतेरस के दिन सोना चांदी खरीदना शुभ माना जाता है और इतना ही नहीं इस दिन लोग मकान और वाहन भी जमकर खरीदते हैं। माना जाता है कि इस दिन खरीदी गई वस्तु हमेशा फलदायी होती है और उसकी कीमत भी कभी कम नहीं होती।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि धनतेरस के दिन इन चीजों के साथ साथ झाड़ू खरीदना भी शुभ माना जाता है। आइए जानते हैं कि धनतेरस के दिन झाड़ू क्यों खरीदना चाहिए। दरअसल हिंदू धार्मिक ग्रंथों में माना जाता है झाडू में मां लक्ष्मी का वास होता है। यह घर की दरिद्रता साफ करती है और साफ सफाई के साथ साथ सम्पन्नता भी पाती है। इसलिए धनतेरस के दिन शुभ मुहुर्त देखकर झाड़ू खरीदनी चाहिए। धनतेरस के दिन खरीदी गई झाड़ू से उसी दिन घर साफ करना चाहिए। घर से दुष्ट और नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाएंगी और घर में सम्पन्नता आएगी।

झाड़ू को लेकर मान्यताएं-

हिंदू धर्म में कहा गया है कि कर्ज से परेशान लोगों को इस दिन झाड़ू खरीदने से कर्ज से मुक्ति मिल जाती है।

घर में इस दिन झाड़ू लाने के बाद पहले इसकी पूजा करें, फिर इसे घर में लगाएं।

झाड़ू को कभी भी पैर न लगाएं। इससे लक्ष्मी माता का अनादर होता है और वो रूठ कर घर से चली जाती हैं।

झाड़ू को कभी भी खुले में नहीं रखना चाहिए। इसे सबसे छिपाकर कहीं रखना चाहिए।

झाड़ू को सफाई के बाद कभी भी खड़ा करके न रखें, इससे लक्ष्मी का अनादर होता है। इसे हमेशा लिटाकर रखें। और जहां भी रखें वहां बाहर के लोग आते जाते न हों।

झाड़ू को सूरज छिपने के बाद प्रयोग नहीं करना चाहिए। कहते हैं कि सूर्यास्त के बाद झाड़ू लगाने से लक्ष्मी घर से चली जाती हैं। अगर गंदगी हो गई है तो कपड़े से उस स्थान को साफ कर दें। कूड़ा भी बाहर नहीं फेंकना चाहिए।

कभी भी लड़ाई झगड़े में झाड़ू को हथियार की तरह उपयोग नहीं करना चाहिए। यह लक्ष्मी मां का अपमान माना जाता है।

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