धर्म-अध्यात्म

दीपावली और देव दीपावली के दिन जरूर करे मां लक्ष्मी के 108 नामों का करें जाप, मिलेगा सुख-समृद्धि का अशीर्वाद

Subhi
29 Oct 2021 3:51 AM GMT
दीपावली और देव दीपावली के दिन जरूर करे मां लक्ष्मी के 108 नामों का करें जाप, मिलेगा सुख-समृद्धि का अशीर्वाद
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कार्तिक माह विशेष रूप से मां लक्ष्मी के पूजन को समर्पित होता है। शरद पूर्णिमा से प्रारंभ हो कर धनतेरस, दीपावली और देव दीपावली के दिन मां लक्ष्मी का विशेष रूप से पूजन करने का विधान है।

कार्तिक माह विशेष रूप से मां लक्ष्मी के पूजन को समर्पित होता है। शरद पूर्णिमा से प्रारंभ हो कर धनतेरस, दीपावली और देव दीपावली के दिन मां लक्ष्मी का विशेष रूप से पूजन करने का विधान है। मान्यता है कि इस माह में मां लक्ष्मी को आसानी से प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है। मां लक्ष्मी के आशीर्वाद से ही हम जीवन में सुख-संपत्ति और धन-संपदा प्राप्त करते हैं। कार्तिक माह में नियमित रूप से कमल गट्टे की माला से लक्ष्मी के 108 नामों का जाप करना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी अवश्य प्रसन्न होती हैं और धन-धान्य का आशीर्वाद प्रदान करती हैं।

लक्ष्मी जी के 108 नाम

1. प्रकृती

2. विकृती

3. विद्या

4. सर्वभूतहितप्रदा

5. श्रद्धा

6. विभूति

7. सुरभि

8. परमात्मिका

9. वाचि

10. पद्मलया

11. पद्मा

12. शुचि

13. स्वाहा

14. स्वधा

15. सुधा

16. धन्या

17. हिरण्मयी

18. लक्ष्मी

19. नित्यपुष्टा

20. विभा

21. आदित्य

22. दित्य

23. दीपायै

24. वसुधा

25. वसुधारिणी

26. कमलसम्भवा

27. कान्ता

28. कामाक्षी

29. क्ष्रीरोधसंभवा, क्रोधसंभवा

30. अनुग्रहप्रदा

31. बुध्दि

32. अनघा

33. हरिवल्लभि

34. अशोका

35. अमृता

36. दीप्ता

37. लोकशोकविनाशि

38. धर्मनिलया

39. करुणा

40. लोकमात्रि

41. पद्मप्रिया

42. पद्महस्ता

43. पद्माक्ष्या

44. पद्मसुन्दरी

45. पद्मोद्भवा

46. पद्ममुखी

47. पद्मनाभाप्रिया

48. रमा

49. पद्ममालाधरा

50. देवी

51. पद्मिनी

52. पद्मगन्धिनी

53. पुण्यगन्धा

54. सुप्रसन्ना

55. प्रसादाभिमुखी

56. प्रभा

57. चन्द्रवदना

58. चन्द्रा

59. चन्द्रसहोदरी

60. चतुर्भुजा

61. चन्द्ररूपा

62. इन्दिरा

63. इन्दुशीतला

64. आह्लादजननी

65. पुष्टि

66. शिवा

67. शिवकरी

68. सत्या

69. विमला

70. विश्वजननी

71. तुष्टि

72. दारिद्र्यनाशिनी

73. प्रीतिपुष्करिणी

74. शान्ता

75. शुक्लमाल्यांबरा

76. श्री

77. भस्करि

78. बिल्वनिलया

79. वरारोहा

80. यशस्विनी

81. वसुन्धरा

82. उदारांगा

83. हरिणी

84. हेममालिनी

85. धनधान्यकी

86. सिध्दि

87. स्त्रैणसौम्या

88. शुभप्रदा

89. नृपवेश्मगतानन्दा

90. वरलक्ष्मी

91. वसुप्रदा

92. शुभा

93. हिरण्यप्राकारा

94. समुद्रतनया

95. जया

96. मंगला देवी

97. विष्णुवक्षस्स्थलस्थिता

98. विष्णुपत्नी

99. प्रसन्नाक्षी

100. नारायणसमाश्रिता

101. दारिद्र्यध्वंसिनी

102. देवी

103. सर्वोपद्रव वारिणी

104. नवदुर्गा

105. महाकाली

106. ब्रह्माविष्णुशिवात्मिका

107. त्रिकालज्ञानसम्पन्ना

108. भुवनेश्वरी


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