- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- रविवार को इन उपायों से...
रविवार को इन उपायों से सूर्यदेव ही नहीं शनिदेव भी होंगे प्रसन्न साथ ही मिलेगा कार्यक्षेत्र में सफलता
रविवार को इन उपायों से सूर्यदेव ही नहीं शनिदेव भी होंगे प्रसन्न साथ ही मिलेगा कार्यक्षेत्र में सफलता
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | सूर्यदेव को रविवार का दिन समर्पित है। ये नवग्रहों के राजा हैं। इनकी आराधना करने से व्यक्ति को सुख-समृद्धि और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है। सूर्यदेव, कलयुग के एकमात्र दृश्य देव हैं। आज के दिन इनकी विशेष रूप से पूजा अर्चना की जाती है। मान्यता है कि अगर व्यक्ति रविवार के दिन कुछ उपाय करता है तो उसे जीवन में तरक्की और संपत्ति में वृद्धि हासिल होती है। अत: आज हम आपको रविवार के दिन किए जाने वाले कुछ उपायों की जानकारी दे रहे हैं जिससे व्यक्ति की समस्याओं का भी अंत होगा और घर में पैसों की भी कमी नहीं रहेगी।
रविवार को करें ये उपाय:
रविवार के दिन अगर सूर्य व्रत किया जाए तो व्यक्ति को नौकरी के क्षेत्र में उच्च पद हासिल होता है। साथ ही मान-सम्मान में भी वृद्धि होती है। यही नहीं, नेत्र और चर्म रोग से भी मुक्ति मिलती है।
रविवार की रात जब आप सोएं तो एक गिलास भरकर दूध अपने सिरहाने रखें। फिर अगले दिन सोमवार को सुबह स्नान के बाद गिलास में भरे हुए दूध को किसी बबूल के पेड़ की जड़ में चढ़ा दें। यह 7 या 11 रविवार तक करें। इससे धन वृद्धि होती है।
रविवार के दिन अगर व्यक्ति काली गाय को रोटी, काली चिड़िया को दाना और काले कुत्ते को रोटी दी जाए तो जीव की समस्याओं का समाधान प्राप्त होता है।
रविवार के दिन शनिदेव को भी प्रसन्न किया जा सकता है। इस दिन काली चीजें जैसे उड़द की दाल, काला कपड़ा, काले तिल, काले चने दान करना चाहिए। इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं। साथ ही इनकी कृपा व्यक्ति के जीवन पर बनी रहती है।
रविवार को दिन छुपते समय अगर व्यक्ति पीपल के पेड़ के नीचे चौमुखा दीपक जलाएं तो उसके व्यापार में वृद्धि होती है। साथ ही धन, वैभव और यश में भी वृद्धि होती है।
डिसक्लेमर
'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। '