धर्म-अध्यात्म

कल धनतेरस का त्योहार है,जानें धनतेरस की पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

Kajal Dubey
1 Nov 2021 11:08 AM GMT
कल धनतेरस का त्योहार है,जानें धनतेरस की पूजा विधि और शुभ मुहूर्त
x
धनतेरस का पर्व पांच दिनों तक चलने वाले दिवाली के पहले दिन मनाया जाता है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क।धनतेरस का पर्व पांच दिनों तक चलने वाले दिवाली के पहले दिन मनाया जाता है. इसे दिवाली से 2 दिन पहले मनाया जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर धनतेरस का त्योहार होता है. ऐसे में कल धनतेरस का त्योहार है. मान्यता है कि इस दिन भगवान धन्वंतरि समुद्र मंथन के दौरान सोने का घड़ा लेकर प्रकट हुए थे. धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतिर के अलावा भगवान कुबेर और माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना की जाती है. मान्यता है कि धनतेरस के दिन खरीदारी करना बहुत ही शुभ होता है. इस कारण से वर्षों से धनतेरस के मौके पर सोना-चांदी के अभूषण, बर्तन, घरों में प्रयोग की जाने वाली वस्तुएं, कार, मोटर साइकिल और जमीन-मकान के सौदे होते हैं. माना जाता है धनतेरस पर जो भी चीजें घर खरीदकार लाई जाती है उसमें सालभर तेरह गुना की बढ़ोतरी होती है और घर में सुख समृद्धि आती है. साथ ही पैसों की कमी कभी नहीं होती.

धनतेरस का महत्व
धनतेरस पर लोग अपने घरों में दीपक जलाते हैं. इस दिन विशेष रूप से लोग भगवान धन्वंतरि की पूजा करते है. मान्यता है जो भी धनतेरस पर भगवान कुबेर, मां लक्ष्मी संग धन्वंतरि की पूजा करता है उसका घर हमेशा धन-धान्य, सुख-सुविधा और वैभव से भरा हुआ रहता है. धनतेरस पर ज्यादातर लोग सोने-चांदी से बनी चीजों को प्रमुखता से खरीदते हैं और इसके लिए शुभ मुहूर्त पर विचार करते हैं. धनतेरस पर शुभ मुहूर्त पर सोने चांदी से बने बर्तन या आभूषण खरीदने पर बहुत ही शुभ परिणाम प्राप्त होता हैं.
धनतेरस पर खरीदारी का शुभ मुहूर्त
कल धनतेरस का त्योहार है. इस दिन सोना-चांदी के आभूषण खरीदने के लिए शाम 06 बजकर 20 मिनट से लेकर 08 बजकर 11 मिनट तक का समय शुभ रहेगा. इसके अलावा अगर सुबह के मुहूर्त पर विचार किया जाए तो सुबह 11 बजकर 30 मिनट से खरीदारी कर सकते हैं लेकिन 02 नवंबर को राहुकाल के समय धनतेरस पर शुभ खरीदारी से बचें. वहीं घर के लिए बर्तन और दूसरी चीजें खरीदने का समय शाम 7 बजकर 15 मिनट से रात 8 बजकर 15 मिनट तक का है.
धनतेरस पूजा विधि
धनतेरस पर भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है. भगवान धन्वंतरि समुद्र मंथन के दौरान सोने का कलश लेकर प्रकट हुए थे. ऐसे में दिवाली के दो दिन धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि की षोडशोपचार विधि से पूजा करनी चाहिए. धनतेरस की शाम को घर के मुख्य द्वार, आंगन और घर के दक्षिण दिशा में दीपक जरूर जलाएं. धनतेरस के दिन यम के नाम से भी दीपक रखे जाते हैं. इस दिन पूजा करने से घर सुख-सुविधा और धन-धान्य से भरा हुआ रहता है.
धनतेरस पर क्या खरीदें और क्या नहीं
धनतेरस के दिन खरीदारी का विशेष महत्व होता है. इस दिन सोना, चांदी, पीतल की चीजें और झाड़ू खरीदना शुभ माना जाता है. हालांकि धनतेरस पर काले रंग की वस्तुएं, कांच, एल्युमीनियम और लोहे से बनी चीजें बिल्कुल नहीं खरीदनी चाहिए.


Next Story