धर्म-अध्यात्म

यूं अर्पित करें शिवलिंग पर अक्षत, भूलकर भी न चढ़ाएं टूटे चावल

Tulsi Rao
20 July 2022 9:40 AM GMT
यूं अर्पित करें शिवलिंग पर अक्षत, भूलकर भी न चढ़ाएं टूटे चावल
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Sawan 2022: हिंदू धर्म में पूजा के दौरान अक्षत का विशेष महत्व बताया गया है. पूजा में अक्षत चढ़ाना शुभ माना गया है. किसी भी मांगलिक कार्यों में कच्चे चावलों का इस्तेमाल किया जाता है. अक्षत बिना टूटे चावलों को कहा जाता है और पूजा में अक्षत का ही इस्तेमाल किया जाता है. माना जाता है कि पूजा में अक्षत अर्पित करने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है. वहीं, भगवान शिव की कृपा पाने के लिए पूजा के दौरान शिवलिंग पर कच्चा चावल चढ़ाना शुभ माना गया है. लेकिन चावल अर्पित करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. आइए जानें.

भूलकर भी न चढ़ाएं टूटे चावल

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चावल के पूर्ण रूप को अक्षत कहा जाता है. अक्षत में कभी भी टूटे चावल शामिल नहीं होते. इसलिए देवी-देवताओं को अक्षत अर्पित किए जाते हैं. अगर आप पूजा में टूटे हुए चावलों का इस्तेमाल करते हैं, तो इससे पूजा का पूर्ण फल नहीं मिलता.

यूं अर्पित करें शिवलिंग पर अक्षत

माना जाता है कि शिव जी की अक्षत अर्पित करने के बाद ही पूरी मानी जाती है. इसलिए भगवान शिव को मुट्ठी भर चावल अर्पित करने चाहिए. अगर आप मुट्ठी भर चावल नहीं करते तो 5 से 7 दानें भी भगवान शिव को अर्पित किए जा सकते हैं.

अक्षत अर्पित करने का सही तरीका

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार कभी भी अक्षत को अकेले अर्पित न करें. इसके लिए फूल, अबीर, रोली आदि जरूर लें. शिवलिंग पर चावल अर्पित करते समय हाथ की मध्यमा और अनामिका उंगली के साथ अंगूठे का इस्तेमाल करें. इसके बाद मंत्र का उच्चारण करें. मंत्र- अक्षताश्च सुरश्रेष्ठ कुंकमाक्ता: सुशोभिता:. मया निवेदिता भक्त्या: गृहाण परमेश्वर॥

इस विधि के साथ अर्पित किए अक्षत से आपकी पूजा पूर्ण मानी जाएगी और भगवान शिव प्रसन्न होकर भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करेंगे.

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