धर्म-अध्यात्म

फर्नीचर से जुड़ी इन बातों का कभी न करें नजरअंदाज, घर-परिवार की तरक्की में आती है बाधा

Tulsi Rao
5 April 2022 8:48 AM GMT
फर्नीचर से जुड़ी इन बातों का कभी न करें नजरअंदाज, घर-परिवार की तरक्की में आती है बाधा
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वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर के फर्नीचर से जुड़े वास्तु नियमों का खास ख्याल रखना चाहिए. आइए जानते हैं कि वास्तु के मुताबिक घर का फर्नीचर कैसा होना चाहिए.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। वास्तु शास्त्र में ऊर्जा का खास महत्व दिया गया है. उर्जा का जीवन में खास महत्व है. सकारात्मक ऊर्जा से जहां इंसान की जिंदगी खुशहाल रहती हैं, वहीं नराकात्मक ऊर्जा व्यक्ति की निर्णय क्षमता को नष्ट कर देती है. इसके अलावा घर में मौजूद घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा घर-परिवार की तरक्की में बाधा उत्पन्न करती है. वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर के फर्नीचर से जुड़े वास्तु नियमों का खास ख्याल रखना चाहिए. आइए जानते हैं कि वास्तु के मुताबिक घर का फर्नीचर कैसा होना चाहिए.

वास्तु के अनुसार कैसा होना चाहिए घर का फर्नीचर?
-वास्तु शास्त्र के मुताबिक लिंविंग रूम या ड्राइिंग रूम में बहुत अधिक फर्नीचर रखना अच्छा नहीं होता है. अरअसल इस कारण से वहां उर्जा बंध जाती है. जिन कारण से नकारात्मक ऊर्जा का संचार होने लगता है. ऐसे में परिवार में तनाव की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है.
-वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के लिए फर्नीचर खरीदते वक्त कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. बरगद, पीपल की लकड़ी का फर्नीचर सही नहीं माना जाता है. इसलिए फर्नीचर हमेशा सागवान, शीशम, अशोक, अर्जुन, नीम या साल की लकड़ी का बना होना चाहिए. क्योंकि इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और इसे शुभ भी माना जाता है.
-वास्तु के मुताबिक घर में फर्नीचर को ऐसे रखना चाहिए ताकि उसका वजन पूर्व या उत्तर दिशा में रहे. हालांकि दक्षिण दिशा में वजनदार फर्नीचर को रखा जा सकता है.
-वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर का फर्नीचर खरीदते वक्त इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि वह चौकोर हो. इसके अलावा पंलग के सिरहाने की तरफ चित्र अंकित कराते वक्त ध्यान रखना चाहिए कि आकृतियां अच्छी और शुभ रहे. किसी हिंसक जानवर की आकृति जैसे सिंह, बाज का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. अशुभ आकृतियां मन की वृत्ति को खराब करने के साथ ही साथ पारिवारिक जीवन को भी खराब कर सकती है.


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