धर्म-अध्यात्म

सावन में दिख जाए नीलकंठ पक्षी तो मिल सकते हैं कुछ शुभ-अशुभ फल

SANTOSI TANDI
12 Aug 2023 10:07 AM GMT
सावन में दिख जाए नीलकंठ पक्षी तो मिल सकते हैं कुछ शुभ-अशुभ फल
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कुछ शुभ-अशुभ फल
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है और इस दौरान हम सभी शिव भक्ति में लीन रहते हैं। इस महीने में कुछ ऐसे संकेत भी मिलते हैं जो आपके जीवन में बदलाव ला सकते हैं।
ऐसे ही शुभ संकेतों में से एक है नीलकंठ पक्षी के दर्शन। ऐसा माना जाता है कि सावन के महीने में नीलकंठ के दर्शन से आपके जीवन में बहुत शुभ संकेत मिलते हैं। नीलकंठ को बहुत शुभ पक्षी माना जाता है और इसके आगमन से जीवन में कई बदलाव आ सकते हैं।
यह नीले रंग का पक्षी होता है और अपने नीले रंग के कारण भगवान शिव से जुड़ा होता है। इसका नाम भगवान शिव के नीले गले का प्रतीक माना जाता है। दरअसल यह भगवान शिव के गले की याद दिलाता है जो समुद्र मंथन के दौरान विष का पान करने की याद दिलाता है। ऐसा माना जाता है कि यदि आपको सावन में नीलकंठ पक्षी के दर्शन हो जाएं तो आपके लिए क्या संकेत मिलते हैं आइए ज्योतिषाचार्य डॉ आरती दहिया जी से जानें।
सावन में नीलकंठ के दर्शन देता है दैवीय संकेत
सावन के दौरान नीलकंठ पक्षी का दिखना अक्सर एक शुभ शगुन माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि सावन में किसी भी पक्षी का दिखना भगवान शिव के आशीर्वाद और सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है।
यदि आपको इस पक्षी के दर्शन हो जाएं तो ये आपके जीवन में बदलाव के संकेत हो सकते हैं। इससे आपको जल्द ही कोई अच्छी खबर मिल सकती है। हो सकता है कि आपके लिए जल्द ही धन के योग बनेंगे या कोई ऐसी खुशखबरी मिल सकती है जिससे आपको लाभ हो।
नीलकंठ पक्षी के दर्शन को किसी की आध्यात्मिक प्रथाओं को बढ़ाने के आह्वान के रूप में समझा जा सकता है। इसे सावन के पवित्र महीने के दौरान भगवान शिव की ऊर्जा से जुड़ने और आंतरिक परिवर्तन की तलाश करने के रूप में भी देखा जा सकता है।
सावन में नीलकंठ के दर्शन जीवन में ला सकते हैं सकारात्मक परिवर्तन
कई लोग नीलकंठ पक्षी की उपस्थिति को अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन का संकेत मानते हैं। जिस तरह भगवान शिव ने सकारात्मक परिणाम लाने के लिए समुद्र मंथन के दौरान निकला हुआ विष पिया उसी तरह नीलकंठ पक्षी का दर्शन आपके जीवन के लिए परिवर्तन और विकास की संभावना का प्रतीक हो सकता है।
नीलकंठ पक्षी का चमकीला नीला रंग भगवान शिव के गले से जुड़ा है, जो दिव्य और प्राकृतिक दुनिया के बीच संबंध को बढ़ाता है। इस पक्षी को देखना व्यक्तियों को सभी चीजों के प्रति सकारात्मक होने के संकेत देता है।
सावन में नीलकंठ के दर्शन सुरक्षा और मार्गदर्शन के संकेत
सावन के महीने में शिव भक्त नीलकंठ पक्षी देखने को एक शुभ संकेत के रूप में समझ सकते हैं। इससे ये संकेत मिलते हैं कि भगवान शिव भक्तों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाए हुए हैं और उनकी आध्यात्मिक यात्रा के दौरान सुरक्षा और मार्गदर्शन प्रदान कर रहे हैं, जिससे उनके जीवन में कुछ सकारात्मक संकेत मिलते हैं और आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है।
सावन में नीलकंठ के दर्शन प्रार्थना की स्वीकृति
ऐसा माना जाता है कि यदि सावन के महीने में नीलकंठ पक्षी दिख जाए तो आपके जीवन में ईश्वर की भक्ति और ज्यादा बढ़ जाती है। दरअसल इसे प्रार्थना की स्वीकृति के रूप में भी देखा जाता है और माना जाता है कि आपकी सालों की प्रार्थना भगवान शिव ने स्वीकार कर ली हैं और आपको जल्द ही भक्ति का फल किसी शुभ समाचार के रूप में मिल सकता है। यदि आप नीलकंठ पक्षी के दर्शन के बाद उनकी पूजा करते हैं तो यह भगवान शिव का सम्मान करने और उनका आशीर्वाद पाने का भी एक तरीका माना जाता है।
त्याग का प्रतीक नीलकंठ पक्षी भगवान शिव के विष पीने के निस्वार्थ कृत्य से जुड़ा होता है जो निरंतर निस्वार्थता के प्रतीक के रूप में भी देखा जा सकता है। इसी वजह से इस पक्षी के सावन में दर्शन को शुभता का प्रतीक माना जाता है।
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