धर्म-अध्यात्म

Jagannath Rath Yatra के तीनों रथों का नाम, जानें रथ यात्रा से जुड़ी जानकारी

Tara Tandi
12 July 2024 4:46 AM GMT
Jagannath Rath Yatra के तीनों रथों का नाम, जानें रथ यात्रा से जुड़ी जानकारी
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Jagannath Rath Yatra ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में भगवान जगन्नाथ को श्री कृष्ण जी का स्वरूप माना गया है इनकी साधना आराधना सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है मान्यता है कि भगवान जगन्नाथ की पूजा करने से प्रभु की कृपा बरसती है और कष्ट परेशानियां दूर हो जाती है। भगवान जगन्नाथ का भव्य मंदिर ओडिशा के पुरी में स्थित है जहां भक्त दर्शन व पूजन के लिए बड़ी संख्या में आते हैं यहां हर साल आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा का आयोजन किया जाता है इस बार ये
यात्रा 7 जुलाई को हुई थी।
आपको बता दें कि यह यात्रा भगवान जगन्नाथ के साथ उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा को समर्पित है इस यात्रा के दौरान कई ऐसे अनुष्ठान किए जाते हैं जिनमें लोग बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हैं। ऐसे में अधिकतर लोगों के मन में विचार आता है कि जगन्नाथ यात्रा के दौरान ​तीनों रथों के नाम क्या है अगर आप भी रथ यात्रा के नाम को जानने के इच्छुक है तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा इसी के विषय में जानकारी प्रदान कर रहे हैं।
जगन्नाथ रथ यात्रा के तीनों रथों का नाम—
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जगन्नाथ रथ यात्रा में शामिल होने से सौ यज्ञों के बराबर पुण्य फल की प्राप्ति होती है। यही कारण है कि दुनियाभर से भक्त इस यात्रा का हिस्सा बनने के लिए आते हैं। जगन्नाथ रथ यात्रा में भगवान जगन्नाथ के रथ के अलावा दो और रथ होते हैं बता दें कि पहला रथ जो भगवान जगन्नाथ का है उसे नंदीघोष के नाम से जाना जाता है इसमें कुल 16 पहिए लगे होते हैं यह करीब 42.65 फीट उंचा होता है
वही दूसरा रथ भगवान के भाई बलराम जी का होता है जिसे तालध्वज के नाम से जाना जाता है वही आखिरी व तीसरा रथ जगन्नाथ भगवान की बहन सुभद्रा जी का होता है जिसे दर्पदलन के नाम से जाना जाता है इन तीनों ही रथ के दर्शन मात्र से भक्तों के सारे दुख संकट दूर हो जाते हैं और जीवन में खुशहाली आती है।
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