- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- शनिदेव के इन मंत्रों...
x
शनिवार का दिन शनिदेव का माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन दान करने से शनिदेव खुश होते हैं और भक्ति की ग्रह दशा में भी काफी सुधार आते हैं। धार्मिक ग्रंथों के हिसाब से शनिदेव अच्छे कर्म करने वाले को उनके मन अनुसार फल भी देते हैं और बुरे कर्म करने वालों को दंड देते हैं। इसके लिए उनको न्याय का देवता भी बुलाया जाता है। यदि आप भी कृपा पाना चाहते हैं तो आप भी और मंत्रों का उच्चारण जरूर करें आइए जानते हैं वह मंत्र कौन से हैं।
शनिदेव मंत्र
महामंत्र
ॐ निलान्जन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम।
छायामार्तंड संभूतं तं नमामि शनैश्चरम॥
वैदिक मंत्र
ऊँ शन्नोदेवीर-भिष्टयऽआपो भवन्तु पीतये शंय्योरभिस्त्रवन्तुनः।
गायत्री मंत्र
ऊँ भगभवाय विद्महैं मृत्युरुपाय धीमहि तन्नो शनिः प्रचोद्यात्।
ॐ शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये।शंयोरभिश्रवन्तु नः।
महामृत्युंजय मंत्र
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
शनि महामंत्र
ॐ निलान्जन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम।
छायामार्तंड संभूतं तं नमामि शनैश्चरम॥
शनि का पौराणिक मंत्र
ऊँ ह्रिं नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम।
छाया मार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्।।
शनि दोष निवारण मंत्र
ऊँ त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम।
उर्वारुक मिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मा मृतात।।
Next Story