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धर्म-अध्यात्म
मोती को पहनने से बरसती है मां लक्ष्मी की कृपा, पैसों की नहीं होती कमी
Triveni
11 July 2021 3:35 AM GMT
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विज्ञान अनुसार मोती एक जैविक पदार्थ है, लेकिन यह नवरत्नों (Navratna) में शामिल है.
विज्ञान अनुसार मोती एक जैविक पदार्थ है, लेकिन यह नवरत्नों (Navratna) में शामिल है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मोती धारण करने से हृदय (Heart) को अपने वश में रखा जा सकता है. दरअसल भारतीय ज्योतिष में प्रत्येक ग्रह का संबंध किसी न किसी खास रत्न से माना जाता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रह से संबंघित रत्न धारण करने से व्यक्ति के ग्रह दोष को समाप्त हो जाते हैं. इसके अलावा कुछ रत्नों का संबंध हिंदू देवी-देवताओं से भी माना जाता है. इसी प्रकार मोती को चंद्रमा का रत्न माना जाता है. हालांकि मोती माता लक्ष्मी का प्रिय रत्न है. मान्यता है कि सफेद मोती धारण करने से माता लक्ष्मी की विषेश कृपा प्राप्त होती है. आइए जानते हैं मोती पहनने या धारण करने से क्या लाभ मिल सकते हैं.
मोती का संबंध मां लक्ष्मी से
समुद्र मंथन की पौराणिक कथा के अनुसार मां लक्ष्मी का जन्म समुद्र से हुआ है और मोती भी समुद्र से ही प्राप्त होता है. मान्यता है कि मां लक्ष्मी को मोती बहुत प्रिय है. मोती का इस्तेमाल मां लक्ष्मी को चढ़ाने के लिए भी किया जाता है. दीपावली के दिन लक्ष्मी पूजा में मोती रखने से मां लक्ष्मी बहुत खुश होती हैं और घर में धन-धान्य की वृद्धि करती हैं. मोती को गले में माला के रूप में या छोटी उंगली में धारण करने से मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है.
मोती धारण करने के लाभ
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मोती का संबंध चंद्रमा ग्रह से होता है लेकिन सफेद रत्न होने के कारण मोती धारण कर मां लक्ष्मी और शुक्र ग्रह को भी खुश किया जा सकता है. मोती धारण करने से मन शांत रहता है और तनाव कम होता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन लोगों को डिप्रेशन या कोई मानसिक समस्या है उन्हें सफेद या क्रीम कलर का मोती छोटी उंगली में धारण करना चाहिए. मोती धारण करने से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है और साथ ही घर में सुख-समृद्धि का संचार होता है. मां लक्ष्मी की कृपा होने से घर में पैसों की कमी भी कभी नहीं होती. कहते हैं मोती को चांदी की अंगूठी में पहनना चाहिए.(
Triveni
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