धर्म-अध्यात्म

धनतेरस और भाई दूज के बीच किए गए इन कार्यों से होती हैं माता लक्ष्मी नाराज

Subhi
23 Oct 2022 5:38 AM GMT
धनतेरस और भाई दूज के बीच किए गए इन कार्यों से होती हैं माता लक्ष्मी नाराज
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22 अक्टूबर से 5 दिवसीय दिवाली महापर्व की शुरुआत हो चुकि है। धनतेरस से शुरू हुआ यह पर्व भाई दूज के साथ-साथ समाप्त हो जाएगा। इस बीच प्रत्येक दिन माता लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाएगी और भक्त अपने परिवार के कल्याण के लिए प्रार्थना करेंगे। मान्यता है कि दिवाली महापर्व के इन पांच दिनों में माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना करने से भक्तों को विशेष लाभ मिलता है और उनके सभी दुःख दूर हो जाते हैं। शास्त्रों में भी इस पर्व के उपलक्ष में कई बातें बताई गई हैं। जिनका ध्यान रखना व्यक्ति के लिए महत्वपूर्ण होता है। आइए जानते हैं इन पांच दिनों में व्यक्ति को किन-किन कार्यों से बचना चाहिए।

बाल कटवाने से बचें

व्यक्ति को धनतेरस पर्व से भाई दूज पर्व तक इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि वह इस बीच बाल न कटवाए। ऐसा इसलिए क्योंकि शास्त्रों में भी बताया गया है कि किसी शुभ अवसर पर बाल कटवाने से व्यक्ति को धन व बुद्धि की हानी होती है और ऐसा करने से माता लक्ष्मी नाराज हो जाती है।

इन चीजों का दान है वर्जित

शास्त्रों के अनुसार माता लक्ष्मी को सफेद रंग और उससे सम्बन्धित चीजें बहुत प्रिय है। यही कारण है कि इन पांच दिनों में उन्हें सफेद चीज जैसे खीर, खिल, बतासे इत्यादि के भोग लगाए जाते हैं। इसलिए इस बीच सफेद चीजों का दान बिलकुल ना करें। ऐसा करने से माता लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं।

घर का इस तरह रखें ध्यान

बता दें कि दिवाली महापर्व में माता लक्ष्मी अपने भक्तों के घर वास करने से आती हैं। ऐसे में किसी न किसी एक व्यक्ति को घर पर जरूर रहना चाहिए। घर पर ताला रहने से माता लक्ष्मी बिना आशीर्वाद दिए ही लौट जाती हैं। इसलिए इन पांच दिनों तक घर को खाली न छोड़ें।

किसी भी जरूरतमंद को न भेजें खाली हाथ

हिन्दू धर्म में दान को कर्त्यव बताया गया है। इसलिए दिवाली पर्व के दौरान घर आए किसी भी जरुरतमन्द को खाली हाथ ना लौटाएं। इससे माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और व्यक्ति की तिजोरी कभी खाली नहीं रहती है।

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