धर्म-अध्यात्म

Masik Shivratri: मासिक शिवरात्रि पर करें ये काम, भोले बाबा की प्रसन्नता के साथ-साथ जीवन में मिलेंगे अमूल्य लाभ

Renuka Sahu
27 Jan 2025 2:48 AM GMT
Masik Shivratri: मासिक शिवरात्रि पर करें ये काम, भोले बाबा की प्रसन्नता के साथ-साथ जीवन में मिलेंगे अमूल्य लाभ
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Masik Shivratri: माघ मास की शिवरात्रि के दिन, आत्मनिरीक्षण का एक गहरा महत्व है। यह समय है जब आप अपने भीतर की शांति, एकाग्रता और आत्मा के साथ जुड़ने का प्रयास कर सकते हैं। एक शांत स्थान पर बैठकर ध्यान लगाना और खुद से संवाद करना इस दिन के विशेष पक्षों में शामिल है।
27 जनवरी, 2025 को माघ माह की मासिक शिवरात्रि तिथि है। जो हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। माघ मास की मासिक शिवरात्रि का अत्यधिक महत्व है क्योंकि यह व्रत और उपासना का दिन है, जब विशेष रूप से शिवजी की पूजा की जाती है। यह दिन खासतौर पर उन भक्तों के लिए है जो अपनी आंतरिक शांति और मोक्ष की कामना करते हैं। इस दिन शिवजी की पूजा से पापों का नाश होता है और शिव जी की कृपा से जीवन में सुख और समृद्धि आती है।
इस दिन व्रत का पालन करने से केवल शारीरिक शुद्धता ही नहीं, मानसिक और आत्मिक शुद्धता भी प्राप्त होती है। बहुत से लोग इस दिन उपवासी रहते हैं और केवल जल ग्रहण करते हैं। इससे शरीर में संतुलन बनता है और मानसिक ताजगी का अनुभव होता है। लेकिन अगर आपको उपवासी रहना मुश्किल लगे, तो फलाहार भी किया जा सकता है।
रात्रि जागरण और शिव मंत्र जाप: शिवरात्रि के दिन विशेष रूप से रात्रि का जागरण करना महत्वपूर्ण माना जाता है। रात भर शिव मंत्रों का जाप करना और शिव पूजा में मन लगाना, आत्मिक उन्नति के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। यह शरीर और मन को शांति देता है और माघ मास की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
पवित्र जल से अभिषेक: माघ मास की शिवरात्रि पर शिवलिंग का पवित्र जल से अभिषेक करना बहुत लाभकारी माना जाता है। विशेष रूप से गंगाजल या ताजे पानी से अभिषेक करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। साथ ही इस दिन तुलसी के पत्तों, बिल्व पत्रों, दूध, शहद आदि से शिवलिंग की पूजा करने से शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
व्रति का जीवन में स्थायी बदलाव: माघ मास की शिवरात्रि केवल एक दिन की पूजा नहीं होती, बल्कि यह एक ऐसी साधना है, जो व्यक्ति के जीवन में स्थायी परिवर्तन ला सकती है। जो व्यक्ति इस दिन पूरे श्रद्धा और विश्वास से व्रत रखते हैं, उनके जीवन में आंतरिक परिवर्तन होने की संभावना बढ़ जाती है। यह दिन एक संकेत हो सकता है कि आप अपने जीवन में क्या बदलाव लाना चाहते हैं और किस दिशा में आगे बढ़ना चाहते हैं।
शिवरात्रि पर किये गए ये कर्म, यदि सही मानसिकता और श्रद्धा से किए जाएं, तो जीवन में अमूल्य लाभ दे सकते हैं।
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