धर्म-अध्यात्म

4 सितंबर के दिन बन रहे हैं कई शुभ योग, धर्म-कर्म के लिए शनिवार का दिन है शुभ, जानें कैसे?

Tulsi Rao
2 Sep 2021 3:41 PM GMT
4 सितंबर के दिन बन रहे हैं कई शुभ योग, धर्म-कर्म के लिए शनिवार का दिन है शुभ, जानें कैसे?
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पंचांग के अनुसार 04 सितंबर का दिन विशेष है. इस दिन पुष्य नक्षत्र और शनि प्रदोष व्रत है. चंद्रमा कर्क राशि में रहेगा

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Panchang 4 September 2021: 04 सितंबर 2021, शनिवार को पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की द्वादशी की तिथि है. इस दिन पुष्य नक्षत्र रहेगा. कर्क राशि में चंद्रमा का गोचर रहेगा और वरियान योग का निर्माण हो रहा है. इस दिन कई शुभ संयोग भी बन रहे हैं. इनके बारे में, आइए जानते हैं-

अजा एकादशी व्रत का पारण (Aja Ekadashi Parana Time)
03 सितंबर 2021 को अजा एकादशी व्रत रखा जाएगा. 04 सितंबर 2021 को अजा एकादशी व्रत का पारण किया जाएगा. एकादशी व्रत का पारण द्वादशी की तिथि में किया जाता है. अजा एकादशी व्रत का पारण शनिवार को सुबह 5:30 से सुबह 8:23 तक किया जाएगा.
शनि प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat 2021 Date)
04 सितंबर को त्रयोदशी की तिथि है. प्रदोष व्रत त्रयोदशी की तिथि में पड़ता है. इस बार त्रयोदशी की तिथि शनिवार के दिन है, इसलिए इसे शनि प्रदोष भी कहा जाता है. प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित है. इस दिन पूजा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करते हैं. इस दिन प्रदोष काल शाम 06 बजकर 23 मिनट से रात्रि 08 बजकर 44 मिनट तक रहेगा.
शनि देव की पूजा (Shani Dev)
शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित है. इस दिन शनि प्रदोष व्रत है. जो भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए रखा जाता है. शनि देव भी भगवान शिव के परम भक्त है. इस दिन शनि देव की पूजा का विशेष लाभ प्राप्त होता है. उन लोगों को विशेष राहत मिलती है, जिनकी जन्म कुंडली में शनि अशुभ हैं, या फिर शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या चल रही है.
पुष्य नक्षत्र (Pushya Nakshatra)
पंचांग के अनुसार 04 सितंबर, शनिवार को पुष्य नक्षत्र रहेगा. पुष्य नक्षत्र को शुभ नक्षत्र माना गया है. इसे नक्षत्रों का स्वामी भी बताया गया है. शुभ कार्य करने के लिए इस नक्षत्र को फलदायी माना गया है. इस दिन चंद्रमा कर्क राशि में रहेगा. ये भी एक शुभ योग है


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