धर्म-अध्यात्म

सास को हमेशा खुश रखने का मंत्र, हर बहु बांध ले गांठ जीवन खुशियों से भरा रहेगा

Rounak Dey
14 July 2023 1:51 PM GMT
सास को हमेशा खुश रखने का मंत्र, हर बहु बांध ले गांठ जीवन खुशियों से भरा रहेगा
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धर्म अध्यात्म: ससुराल में यदि सास खुश हो तो किसी भी बहु के लिए जिंदगी बहुत आसान हो जाती है। ऐसे में सद्गुरु का बताया सास को खुश रखने का ये आसान उपाय आपके लिए मददगार साबित हो सकता है। सद्गुरु ने बताया सास को हमेशा खुश रखने का मंत्र, हर बहू बांध लें गांठ तो हमेशा खुशियों से भरा रहेगा जीवन
सास-बहू का रिश्ता ऐसा है, कि इसकी चर्चा हर जगह होती है। शादी से पहले हर लड़की को इस बात की चिंता होती है, कि पता नहीं सास कैसी मिलेगी। सास के साथ संबंधों को सुधारे रखने के लिए उसे मायके वालों से कई सारी हिदायतें भी मिलती हैं। लेकिन फिर भी शादी के बाद कुछ न कुछ ऐसा हो ही जाता है, कि रिश्ते बिगड़ने लगते हैं। कभी सास को बहू गलत लगने लग जाती है तो कभी बहू को सास। पर असल में गलती दोनों की ही नहीं होती आपस में उलझने की एक मात्र वजह होता है, वह व्यक्ति जो सालों से किसी का बेटा है, और अब किसी का पति। इसलिए बहुत कोशिशों के बाद भी कई बहूओं के लिए अपनी सास को खुश रख पाना नामुमकिन सा होता है।
ऐसे में जगदीश वासुदेव उर्फ सद्गुरु के जीवन दर्शन और उनके बताए मूल मंत्रों से सास के साथ अपने रिश्ते को मजबूत बनाया जा सकता है। हाल ही में उनसे जब एक महिला ने पूछा कि मैं अपनी सास के साथ रहती हूं, मैं उन्हें और खुद को खुश रखने के लिए क्या कर सकती हूं? इसके जवाब में सद्गुरु ने जो कहा सभी शादीशुदा औरतों के लिए जानना जरूरी है।
सास को कैसे खुश रखें?
बहु को ये समझना जरूरी
एक लड़की के लिए सास और पति के बीच के रिश्ते को समझना बहुत जरूरी है। क्योंकि इसे बदलने की कोशिश करना ज्यादातर घरों में कलेश का कारण बनता है।
सद्गुरु कहते हैं, कि वह लड़का जो आज तुम्हारा पति है, वो अपनी मां का वही बेटा है, जो आज तक अपने सारे काम के लिए मां पर ही निर्भर था। ऐसे में अपनी यह जगह किसी और स्त्री को लेते देखना एक मां के लिए थोड़ा मुश्किल होता है। आपको यह समझना होगा कि आपकी सास को आपसे कोई दिक्कत नहीं है, वह बस अपने बेटे से ज्यादा करीब हैं।
बेटे में बदलाव को नहीं अपना पाती है मां
बच्चे चाहे कितने ही बड़े हो जाए वह मां के लिए हमेशा छोटे ही रहते हैं। इसलिए ऐसा माना जाता है कि बड़े होने के बाद बचपन का अहसास सिर्फ एक मां ही करा सकती है। क्योंकि उसका प्रेम बच्चों के लिए कभी नहीं बदलता है।
ऐसे में सद्गुरु बताते हैं कि एक मां यह नहीं समझ पाती है, कि जिस बेटे की एक समय पर डाइपर उन्होंने बदली पेंट पहनाया वह अब बड़ा हो गया है। ऐसे में शादी होने के बाद बेटे में अचानक बदलाव को वह स्वीकार नहीं कर पाती है। वह यह समझ नहीं पाती कि जीवन में मौसम बदलते रहते हैं।
सास को खुश रखने के लिए करें ये चीज
सद्गुरु बताते हैं, कि जो आपका नहीं है उस पर आपका कोई हक नहीं होता है। आप बस उसे मिलने पर उसके वास्तविक रूप में स्वीकार कर सकते हैं। इसलिए बस कोशिश करिए कि आपके वजह से कोई दुखी न हो। रिश्तों में कुछ चीजों को स्वीकार कर लेना बहुत जरूरी होता है। जब आप यह समझ लेते हैं, तो फिर चाहे सास हो, मां या कोई और औरत सबको खुश रखा जा सकता है।
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