धर्म-अध्यात्म

इस उपाय से करें हनुमान जी को प्रसन्न, दूर होंगे सारे सारे रोग-दोष

Ritisha Jaiswal
25 Jan 2022 5:00 PM GMT
इस उपाय से करें हनुमान जी को प्रसन्न, दूर होंगे सारे सारे रोग-दोष
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हिंदू देवी-देवताओं को सप्ताह के सातों दिन में से कोई न कोई दिन समर्पित किया गया है.

हिंदू देवी-देवताओं को सप्ताह के सातों दिन में से कोई न कोई दिन समर्पित किया गया है. ऐसे ही कलयुग (Kalyug) के देवता कहे जाने वाले बजरंगबली को मंगलवार (Tuesday) का दिन समर्पित किया गया है. मान्यता है कि इस दिन हनुमान जी की पूजा पाठ करने और हनुमान चालीसा पढ़ने से भक्तों के सारे दुख दूर हो जाते हैं. हनुमान भक्त को भूत प्रेत का डर नहीं सताता है. पवन पुत्र हनुमान के आशीर्वाद से शत्रुओं का भय, शारीरिक पीड़ा, बौद्धिक क्षमता का अभाव और साहस की कमी दूर हो जाते हैं. हनुमान (Lord Hanuman) भक्त मंगलवार के दिन बताए गए कुछ उपाय करें. जिससे बजरंगबली प्रसन्न होंगे अपने भक्तों की रक्षा करेंगे. आइए जानते हैं हनुमान जी को प्रसन्न करने वाले उपाय.

हनुमान चालीसा पाठ

ऐसी मान्यता है कि अगर कोई व्यक्ति अपने बुरे कर्मों के कारण जेल की सजा काट रहा है, तो उसे हनुमान जी के सामने संकल्प लेना चाहिए कि वह कभी भी बुरे कर्म नहीं करेगा. साथ ही उसे हनुमान चालीसा के 108 बार पाठ करना चाहिए. ऐसा करने से उस पर बजरंगबली की कृपा होगी और वह जेल से मुक्त हो सकता है.

बजरंग बाण का पाठ

कहा जाता है कि जो व्यक्ति बजरंग बाण का पाठ करता है उसकी शत्रुओं के कुचक्र से रक्षा होती है. सच्चे मन से बजरंग बाण का पाठ करने से शस्त्रु का विनाश हो जाता है. शास्त्रों में कहा गया है कि बजरंग बाण का पाठ 21 दिन तक अनुष्ठान लगाकर पाठ करना चाहिए. इतना ही नहीं इस पाठ के दौरान संकल्प करना चाहिए कि वह हमेशा सच्चाई के मार्ग पर ही चलेगा. हनुमान जी सच्चे लोगों पर ही अपनी कृपा करते हैं. भक्त को 21 दिन बाद आपको इसका फल प्राप्त होगा.

सुंदरकांड का पाठ

कहा जाता है जिसकी कुंडली में शनि का कू प्रभाव होता है उसे हर मंगलवार हनुमान मंदिर जाकर बजरंगबली की आराधना करना चाहिए. साथ ही मांस मदिरा से दूर रहना चाहिए. शनिवार के दिन सुंदरकांड या हनुमान चालीसा का पाठ करने से शनि के दोष से मुक्ति मिलती है.

हनुमान बाहुक का पाठ

हनुमान बाहुक का पाठ करने से किसी भी तरह का रोग या बीमारी से हनुमान भक्त को छुटकारा मिलता है. इसके लिए आपको हनुमान जी की प्रतिमा के सामने एक पात्र जल भर के रखना होगा और हनुमान बाहुक का 21 या 26 दिन लगातार पाठ करना होगा. अगले दिन उस जल को ग्रहण करें और फिर नया जल प्रतीमा के समक्ष रखें.

हनुमान मंत्र का जाप

यदि आपको किसी भी चीज से भय लगता है, तो आपको 108 बार हनुमान मंत्र ओम हं हनुमंते नमः का जाप प्रतिदिन सुबह उठ कर करें. धीरे-धीरे आपने निडर होते जाएंगे


Ritisha Jaiswal

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