धर्म-अध्यात्म

साल का दूसरा चंद्र ग्रहण, इस राशि पर पड़ेगा ज्यादा असर

Nidhi Markaam
11 Oct 2021 3:51 AM GMT
साल का दूसरा चंद्र ग्रहण, इस राशि पर पड़ेगा ज्यादा असर
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साल 2021 का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण 19 नवंबर को लगने वाला है। यह चंद्र ग्रहण भारत में उपछाया ग्रहण के रूप में दिखेगा

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। साल 2021 का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण 19 नवंबर को लगने वाला है। यह चंद्र ग्रहण भारत में उपछाया ग्रहण के रूप में दिखेगा। 19 नवंबर को सुबह 11 बजकर 34 मिनट से शुरू होकर शाम 05 बजकर 33 मिनट पर चंद्र ग्रहण समाप्त होगा। साल का आखिरी चंद्र ग्रहण भारत समेत यूरोप, एशिया के अंधिकाश हिस्सों में, उत्तर-पश्चिम अफ्रीका, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका और प्रशांत महासागर में दिखाई देगा। हालांकि भारत में उपछाया ग्रहण होने के कारण सूतक काल मान्य नहीं होगा।

चंद्र ग्रहण का धार्मिक महत्व होने के साथ वैज्ञानिक महत्व भी है। चंद्र ग्रहण को ज्योतिष शास्त्र में एक अशुभ घटना के तौर पर देखा जाता है। इस दौरान शुभ कार्यों की मनाही होती है और मंदिर के कपाटों को भी बंद कर दिया जाता है। वैज्ञानिकों के अनुसार, यह एक खगोलीय घटना है। जब पृथ्वी सूर्य और चांद के बीच आ जाती है तो चंद्रमा पर प्रकाश पड़ना बंद हो जाता है, जिसे चंद्र ग्रहण कहते हैं।
इन राशियों पर पड़ेगा प्रभाव-
19 नवंबर, मंगलवार को कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि है। इस दिन वृषभ और कृतिका नक्षत्र में चंद्र ग्रहण लगेगा। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस राशि और इस नक्षत्र में जन्मे लोगों को विशेष सावधान रहने की जरूरत है। इस राशि के लोगों को वाद-विवाद से दूर रहना होगा। इस दौरान वाहन प्रयोग में सावधानी बरतें।
ग्रहण के बाद क्या करना चाहिए-
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चंद्र ग्रहण के बाद स्नान करना चाहिए। ऐसा माना जाता है स्नान करने से ग्रहण का प्रभाव समाप्त हो जाता है। नहाने के पानी में गंगा जल डालकर स्नान करें।
ग्रहण की समाप्ति के बाद स्नान करें और फिर साफ-स्वच्छ वस्त्र धारण कर लें।
ग्रहण की समाप्ति के बाद घर में गंगा जल का छिड़काव करना चाहिए। घर के मंदिर में भी गंगा जल का छिड़काव करें।
ग्रहण के बाद देवी- देवताओं का गंगा जल से अभिषेक करना चाहिए।
ग्रहण खत्म हो जाने के बाद गाय को रोटी जरूर खिलाएं। गाय को रोटी खिलाने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गाय को भोजन कराने से सभी तरह के दोषों से मुक्ति मिल जाती है।


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