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धर्म-अध्यात्म
खुशनसीब होते हैं वे लोग जिनके हाथों में होती हैं 6 उंगलियां होती हैं, ये हर काम करते हैं अलग तरीके से
Bhumika Sahu
6 Jun 2022 4:31 AM GMT
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आगे जानिए कैसा होता है ऐसे लोगों का स्वभाव…
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। उज्जैन. कुछ हाथों में लिटिल फिंगर यानी सबसे छोटी उंगली के के पास छठी उंगली होती है। वहीं कुछ हाथों में ये अंगूठे से जुड़ी होती है। इन दोनों ही स्थितियों को बहुत शुभ माना गया है। जर्मनी की यूनिवर्सिटी ऑफ फ्रीबर्ग एंड इंपीरियल कॉलेज की रिसर्च के अनुसार, 6 उंगलियों वाले लोगों का दिमाग दूसरों की अपेक्षा तेज गति से काम करता है। ये लोग हर काम बेहतर तरीके से विश्वास रखते हैं। हस्तरेखा शास्त्र में भी ऐसे लोगों के नेचर और फ्यूचर के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया है। आगे जानिए कैसा होता है ऐसे लोगों का स्वभाव…
1. सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, जिन हाथों में 1 अतिरिक्त उंगली होती है वो अगर लिटिल फिंगर के पास है तो उस पर बुध पर्वत का ही प्रभाव रहेगा। इसके अलावा अंगुठे से जुड़ी उंगली पर शुक्र पर्वत का ही प्रभाव रहेगा। अगर अतिरिक्त उंगली लिटिल फिंगर के पास हो तो बुध ग्रह से संबंधित शुभ फल मिलते हैं। और यदि शुक्र पर्वत के पास हो तो शुक्र ग्रह से संबंधित शुभ फल मिलते हैं।
2. हस्तरेखा में अतिरिक्त उंगलियों के लिए अलग से किसी पर्वत का उल्लेख नहीं है। यानी इस अतिरिक्त अंगुली का अपना स्वतत्रं अस्तित्व नहीं होता है।
3. हस्तरेखा और सामुद्रिक शास्त्र की मानें तो जिन लोगों के हाथ में छः अंगुलियां होती हैं, वो किस्मत वाले होते हैं। साथ ही ऐसा व्यक्ति अधिक फायदा कमाने वाला और हर काम में छानबीन करने वाला होता है। ऐसे लोग जल्दी ही फेमस भी हो जाते हैं।
4. अतिरिक्त उंगली वाले लोगों का दिमाग दूसरे लोगों को तेज चलता है। ये लोग हर काम फूरी ईमानदारी से करने में विश्वास करते हैं और और मेहनत से भी पीछे नहीं हटते। लेकिन ये दूसरे के कामों में हमेशा कमी निकालते हैं। यही इनका वीक प्वाइंट होता है। इसलिए कभी-कभी अन्य लोगों से इनके संबंध बिगड़ जाते हैं। ऐसे लोग अच्छे आलोचक भी माने जाते हैं।
5. सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार हाथों की उंगलियों की संख्या और बनावट इंसान के मस्तिष्क को प्रभावित करती है। इसलिए प्राचीन काल से ही ऋषि-मुनि उंगलियों और अंगूठे को आपस में मिलकर अलग-अलग मुद्रा बना कर ध्यान लगाते थे।
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