धर्म-अध्यात्म

वास्तु के इन नियमों का पालन करने से बदल जाती है किस्मत, चमक जाता है भाग्य

Bhumika Sahu
27 Jan 2022 4:13 AM GMT
वास्तु के इन नियमों का पालन करने से बदल जाती है किस्मत, चमक जाता है भाग्य
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किसी भी घर को बनाते समय सुख-समृद्धि से जुड़े वास्तु नियमों (Vastu Rules) की भूलकर भी अनदेखी नहीं करनी चाहिए अन्यथा घर के लोगों को जीवन में तमाम तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. दुर्भाग्य को दूर करके सौभाग्य को बढ़ाने वाले सरल वास्तु उपाय को जानने के लिए पढ़ें ये लेख.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। वास्तु (Vastu) के अनुसार घर को बनवाते समय और उसमें चीजों को रखते हुए प्रत्येक दिशा से जुड़े नियम का विशेष ख्याल रखना चाहिए. जैसे जल तत्व की दिशा में अग्नि तत्व से जुड़ी चीजें नहीं रखनी चाहिए. पंचतत्वों (Panchatatva) पर आधारित इन वास्तु नियमों की अनदेखी पर व्यक्ति के जीवन में तमाम तरह की कठिनाईयां आती हैं. ऐसे में सपनों का आशियाना बनवाते समय न सिर्फ उसकी खूबसूरती बल्कि उससे जुड़े वास्तु नियमों (Vastu Rules) को भी प्राथमिकता के साथ रखना चाहिए, क्योंकि वास्तु सम्मत घर में सुख-समृद्धि और संपन्नता हमेशा बनी रहती है और उसकी दिन दुगुनी रात चौगनी प्रगति होती है. आइए वास्तु से जुड़े कुछ ऐसे ही सरल और प्रभावी नियम जानते हैं, जिन्हें अपनाते ही व्यक्ति का भाग्य निखर जाता है और उसके घर में हमेशा खुशियां और संपन्नता बनी रहती है.

वास्तु के अनुसार सुख-समृद्धि और सौभाग्य के लिए हमेशा अपने मुख्य द्वार को साफ-सुथरा रखना चाहिए और संभव हो तो वहां पर एक तुलसी का पौधा रखना चाहिए. इसी प्रकार करियर या कारोबार में सफलता पाने के लिए घर के सामने केले का पेड़ लगाना चाहिए और उसके आस-पास सफाई रखते हुए उसकी प्रतिदिन पूजा करनी चाहिए, लेकिन ध्यान रहे कि केले का पेड़ कभी भी घर के अंदर नहीं लगाएं.
वास्तु के अनुसार जिन घरों में जल से जुड़े नियमों का पालन नहीं होता है, उनके घर का सारा पैसा पानी की तरह ही बह जाता है. वास्तु के अनुसार किचन में हमेशा पीने के पानी की व्यवस्था ईशान कोण में करनी चाहिए और घर में पानी की लीकेज नहीं होनी चाहिए, क्योंकि यह बड़ा वास्तु दोष होता है, जो आर्थिक दिक्कतें लेकर आता है. वास्तु के अनुसार यदि घर में भूमिगत पानी की टंकी, बोरवेल या हैंडपंप लगवाना हो तो उसे हमेशा उत्तर या पूर्वोत्तर दिशा में होनी चाहिए.
वास्तु के अनुसार घर के भीतर कभी भी अनुपयोगी समान या फिर कहें कूड़ा-कबाड़ नहीं रखना चाहिए. वास्तु के अनुसार प्रयोग में लाए गये बासी फूल, कबाड़ आदि को जितनी जल्दी हो घर से बाहर निकाल देना चाहिए, नहीं तो इनके कारण घर में दरिद्रता आती है और मानसिक उलझन बनी रहती है. अनुपयोगी और भारी चीजों को कभी भी भूलकर ईशान कोण में, सीढ़ी के नीचे, छत पर, बिस्तर के नीचे या फिर ब्रह्मस्थान पर नहीं रखना चाहिए.
घर के भीतर की नकारात्मक उर्जा को दूर करने और सकारात्मक उर्जा का प्रवाह करने के लिए प्रतिदिन प्रात:काल घर के खिड़की दरवाजे को कुछ समय के लिए अवश्य खोलें और घर में सप्ताह में कम से कम एक बार नमक का पोछा अवश्य लगाएं. रात में पहने हुए कपड़ों को दूसरे दिन स्नान करने के बाद दोबारा नहीं पहनना चाहिए. इसी प्रकार कभी भी धुले कपड़ों को गंदे कपड़े के साथ मिलाकर न रखें.
यदि आप चाहते हैं कि आपके घर में हमेशा सुख-समृद्धि का वास बना रहे और आपकी सभी मनोकामनाएं समय पर पूरी होती रहें तो हमेशा अपने पूजा स्थान को घर के उत्तर-पूर्व यानि ईशान कोण में बनाएं और इस बात का पूरा ख्याल रखें कि पूजा करते समय आपका मुंह उत्तर-पूर्व दिशा की ओर रहे. वास्तु के अनुसार पूजा स्थान पर कभी भी पितरों का चित्र न लगाएं. दिवंगत व्यक्तियों का चित्र दक्षिण दिशा में लगाएं. वास्तु के अनुसार घर में बहुत ज्यादा फोटो या कैलेंडर आदि न लगाएं.


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