धर्म-अध्यात्म

पुत्रदा एकादशी पर इस पूजा से प्रसन्न होंगे भगवान विष्णु और देंगे मनचाहा वरदान

Tara Tandi
26 Aug 2023 1:39 PM GMT
पुत्रदा एकादशी पर इस पूजा से प्रसन्न होंगे भगवान विष्णु और देंगे मनचाहा वरदान
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हिंदू धर्म में पुत्रदा एकादशी व्रत को भगवान श्री विष्णु की कृपा बरसाने वाला माना गया है. यही कारण है कि श्रीहरि का हर भक्त इस व्रत का बेसब्री से इंतजार करता है. भगवान लक्ष्मीनारायण के लिए रखेन जाने वाले एकादशी व्रत का महत्व तब और बढ़ जाता है जब यह श्रावण मास के शुक्लपक्ष में पड़ती है और पुत्रदा एकादशी कहलाती है. इस साल यह व्रत 27 अगस्त 2023, रविवार को रखा जाएगा. हिंदू मान्यता के अनुसार इस व्रत को विधि-विधान से करने पर व्यक्ति को संतान सुख की प्राप्ति होती है. आइए पुत्रदा एकादशी व्रत का पुण्यफल दिलाने वाले अचूक उपाय के बारे में विस्तार से जानते हैं.
पुत्रदा एकादशी की पूजा के अचूक उपाय
भगवान विष्णु की पूजा में पीले रंग की चीजों का बहुत ज्यादा महत्व माना गया है. ऐसे में पुत्रदा एकादशी व्रत का पुण्यफल पाने के लिए इस व्रत में पीले पुष्प, पीले चंदन, पीले वस्त्र और पीली मिठाई का विशेष प्रयोग करें.
पुत्रदा एकादशी व्रत के दिन भगवान विष्णु का आशीर्वाद पाने के लिए उनकी पूजा में एकादशी व्रत की कथा का पाठ विशेष रूप से करें या फिर किसी के माध्यम से सुनें. इसके साथ विष्णु सहस्त्रनाम, नारायण कवच का पाठ भी करने पर श्री हरि की विशेष कृपा बरसती है.
हिंदू मान्यता के अनुसार किसी भी देवी-देवता की पूजा में आरती का बहुत ज्यादा महत्व होता है क्योंकि आरती न सिफ आपके दुखों को तारती है, बल्कि पूजा में हुई भूलचूक का दोष भी दूर कर देती है. ऐसे में पुत्रदा एकादशी व्रत की पूजा के अंत में भगवान लक्ष्मीनारायण की आरती करना बिल्कुल न भूलें.
प्रत्येक माह में पड़ने वाली एकादशी की पूजा में भगवान श्री विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा का भी बहुत ज्यादा महत्व है. ऐसे में इस दिन श्रीहरि के साथ धन की देवी लक्ष्मी जी की पूजा जरूर करें. मान्यता है कि एकादशी के दिन यदि कोई व्यक्ति श्री सूक्त का पाठ करता है तो उसे जीवन में कभी भी धन-धान्य की कमी नहीं होती है.
भगवान विष्णु की पूजा में शंख का बहुत ज्यादा महत्व माना गया है. ऐसे में एकादशी व्रत की पूजा करते समय दक्षिणावर्ती शंख में पवित्र जल भरकर भगवान विष्णु का जलाभिषेक करें. इसके बाद पूजा के दौरान शंख जरूर बजाएं.
भगवान विष्णु की पूजा में विष्णुप्रिया कहलाने वाली तुलसी का बहुत ज्यादा महत्व माना गया है. हिंदू मान्यता के अनुसार भगवान विष्णु की पूजा में चढ़ाया गया भोग बगैर तुलसी के अधूरा होता है, इसलिए एकादशी की पूजा में विशेष रूप से तुलसी दल जरूर चढ़ाएं, लेकिन ध्यान रहे कि एकादशी, मंगलवार और रविवार के दिन तुलसी पत्र नहीं तोड़े जाते हैं, इसलिए इसे एक दिन पूर्व ही तोड़कर रख लें.
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